मोटापा बढ़ा रहा बच्चों में फ्लैट फुट की बीमारी, जंक फूड से रखें दूर
केजीएमयू में इलाज के लिए आ रहे बच्चों में से 40 प्रतिशत में मोटापे के कारण फ्लैट फुट। शारीरिक श्रम कम करने और जंक फूड अधिक खाने से बढ़ रही बीमारी।
लखनऊ, जेएनएन। मोटापे के कारण बच्चों में फ्लैट फुट की बीमारी बढ़ रही है। इसमें पांव का पंजा एड़ी से लेकर अंगुली तक आर्च यानी हल्का घुमावदार होने की बजाए पूरी तरह सपाट हो जाता है। फ्लैट फुट वाले बच्चों को दौडऩे, सीढिय़ां चढऩे और खेलते समय पांव में तेजी से दर्द होता है। पुलिस, आर्मी में भर्ती में भी दिक्कत आती है। छह साल की उम्र तक इसका इलाज करवा लिया गया तो ठीक है वरना ऑपरेशन या स्पेशल जूते से ही काम चलाना पड़ता है।
केजीएमयू के बाल हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय सिंह ने बताया कि 238 बच्चों में से 40 प्रतिशत में फ्लैट फुट मोटापे के कारण पाया गया। खेलकूद व शारीरिक श्रम कम करने और वीडियो गेम व कम्प्यूटर गेम खेलने, जंक फूड खाने के कारण ऐसी दिक्कत बढ़ रही है। छह साल तक बच्चे के पैर की हड्डियां बन रही होती हैं अगर फ्लैट फुट का पता तभी चल जाए तो एक्सरसाइज से इसे ठीक किया जा सकता है।
सीमेंटेड नहीं मिट्टी के मैदान में खेलने दें
प्रो. अजय सिंह ने बताया कि अब बच्चे सीमेंटेड मैदान में खेलते हैं। जबकि मिट्टी में अगर वह खेले तो पैर के पंजे पर वजन का जो भार पड़ेगा उसे मिट्टी लचीली होने के कारण शाकर के तौर पर कम करके सोक लेगी। इससे पैर घुमावदार बनेंगे सीमेंटेड होने पर वजन का पूरा जोर सीधे पैर के पंजे पर पड़ता है और वह फ्लैट हो जाते हैं।