Move to Jagran APP

UP पंचायत चुनाव ड्यूटी में जान गंवाने वाले कार्मिकों की संख्या तय पर फंसा आश्रितों की नौकरी का पेंच

यूपी पंचायत चुनाव ड्यूटी में जान गंवाने वाले कार्मिकों के परिवारीजन को आश्रितों की नौकरी का पेंच अभी फंसा है। सबसे अधिक संख्या बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की है। उनके पाल्य विद्यालयों में अनुचर बनेंगे या फिर विभागीय कार्यालयों में लिपिक अब तक तय नहीं हो सका है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 07:55 AM (IST)
UP पंचायत चुनाव ड्यूटी में जान गंवाने वाले कार्मिकों की संख्या तय पर फंसा आश्रितों की नौकरी का पेंच
पंचायत चुनाव में ड्यूटी में मृत कार्मिकों के आश्रितों को नौकरी में पेंच।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में ड्यूटी में मृत कार्मिकों के आश्रितों की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही। राज्य निर्वाचन आयोग ने उन कार्मिकों की संख्या तय कर दी है, जो जिम्मेदारी निभाने के दौरान कोरोना से संक्रमित होकर जान गवां चुके हैं। 2020 मृत कार्मिकों के परिवारीजन को 30-30 लाख रुपये अनुग्रह राशि मिलना तय है लेकिन, आश्रितों की नौकरी का पेंच अभी फंसा है। कालकवलितों में सबसे अधिक संख्या बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की है। उनके पाल्य विद्यालयों में अनुचर बनेंगे या फिर विभागीय कार्यालयों में लिपिक अब तक तय नहीं हो सका है।

loksabha election banner

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का सेवाकाल में निधन होने पर फरवरी 2013 से आश्रितों को चतुर्थ श्रेणी पद पर नियुक्ति दी जा रही है, क्योंकि सूबे में शिक्षा का अधिकार अधिनियम 26 जुलाई 2011 को प्रभावी हुआ। इसमें आश्रित का स्नातक के साथ प्रशिक्षण व टीईटी होना अनिवार्य है। ऐसे में उच्च शिक्षित आश्रित भी प्रशिक्षण व टीईटी की वजह से शिक्षक नहीं बन पा रहे हैं।

आश्रितों को लिपिक पद पर नियुक्ति देने की शिक्षक लंबे समय से मांग कर रहे हैं। 24 मई को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने वीडियो संदेश जारी करके कहा कि आश्रितों को लिपिक पद पर तैनाती दी जाएगी। इस संबंध में अब तक शासनादेश जारी नहीं हुआ है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से मृत शिक्षकों के पाल्य की नियुक्ति फिर अनुचर के पद पर करनी होगी, कुछ आश्रितों को अनुचर का ही नियुक्ति पत्र दिया गया है।

कार्यरत व आश्रित दोनों असहज : शिक्षकों के आश्रित नए नियम की राह देख रहे हैं, वहीं नई नियुक्तियों पर उन लोगों की भी निगाहें लगी हैं जो विद्यालयों में पहले से अनुचर के रूप में तैनात हैं। उनमें से अधिकांश उच्च शिक्षित होकर भी अनुचर का कार्य करने को मजबूर हैं। विभागीय मंत्री के आदेश से वे भी लिपिक पद पर नियुक्ति की उम्मीदें संजोए हैं।

लिपिक के रूप में नियुक्ति का हो आदेश : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की सूची में 1071 मृत कार्मिक बेसिक शिक्षा विभाग के हैं और उनमें शिक्षक सर्वाधिक हैं। उन्हें लिपिक पद पर तैनाती का सरकार आदेश जारी करें। ये सामान्य नियुक्ति नहीं है, बल्कि शिक्षकों के सम्मान से जुड़ा है।

प्रकरण कैबिनेट में विचाराधीन, जल्द निर्णय : बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने कहा है कि शिक्षकों के आश्रितों की लिपिक पद पर नियुक्ति का आदेश कैबिनेट की मुहर लगने के बाद जारी होगा। प्रकरण विचाराधीन है, जल्द ही समाधान निकलेगा।

यह भी पढ़ें : UP पंचायत चुनाव ड्यूटी में 2020 कार्मिकों ने कोरोना से गंवाई जान, परिवार को 30 लाख रुपये मिलेगी अनुग्रह राशि


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.