Positive India: यूपी में 'कोरोना' के मरीजों को मिल सकता है आयुष्मान योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मरीजों को आयुष्मान योजना में शामिल करने की हो रही है तैयारी।
लखनऊ [संदीप पांडेय]। दुनिया भर में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस पर अंकुश लगाने के लिए देश में लॉकडाउन है। केंद्र के साथ प्रदेश सरकारें इस पर नियंत्रण के प्रयासों में जुटी हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए व्यापक रणनीति बनाई है।
यूपी सरकार कोरोना वायरस के नियंत्रण पर पुरजोर फोकस किए है। चिकित्सा शिक्षा-चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर इलाज की ‘टिपल लेयर’ की रणनीति बनाई है। इसमें लेवल वन से लेकर थ्री तक कोरोना ट्रीटमेंट का ढांचा तैयार किया जा रहा है। सीएचसी से लेकर बड़े चिकित्सा संस्थान तक अलर्ट हैं। इसके साथ ही दोनों विभाग आइसोलेशन-क्वारंटाइन के लिए सरकारी अस्पतालों में 15-15 हजार बेड आरक्षित करने की कवायद में जुटे हैं। वहीं, बेडों व वेंटीलेटर की संख्या बढ़ाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों को भी मिशन से जोड़ा जा रहा है। इसके तहत केंद्र सरकार को मेल कर अनुमति मांगी गई है।
निजी अस्पतालों में हैं सवा लाख बेडों की क्षमता
अभी प्रदेश सरकार ने निजी अस्पतालों से कोविड-19 अस्पताल बनाने का प्रस्ताव मांगा है। प्रथम चरण में सौ बेड से अधिक वाले 200 अस्पतालों का चयन किया गया है। इन अस्पतालों में 214 वेंटीलेटर हैं। कोविड-19 अस्पताल में तब्दील होने वाले अस्पताल अन्य मरीजों के भर्ती पर रोक रहेगी। यहां के डॉक्टर व स्टाफ को कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट का प्रशिक्षण दिल्ली एम्स से ऑनलाइन एप्स के जरिए मिलेगा। आयुष्मान मरीजों का पेशेंट केयर चार्ज निजी अस्पतालों को 1800 रुपये प्रति दिन देने की योजना है। यह जनरल वार्ड का चार्ज होगा। वहीं आइसीयू, वेंटीलेटर पर मरीज शिफ्ट होने का चार्ज भी पैकेज में शामिल है। अस्पतालों का चयन करने का काम आयुष्मान योजना की सरकारी नोडल एजेंसी साची को सौंपा गया है।
- 2018 में देश में लांच हुई, 23 सितंबर से यूपी में शुरू
- 75 जिलों में फैला निजी अस्पतालों का नेटवर्क
- 126 लाख लोगों को आयुष्मान के तहत कोरोना से मिलेगी सुरक्षा
- 1004 सरकारी अस्पताल प्रदेश में आयुष्मान से संबंद्ध
- 1504 निजी अस्पताल प्रदेश में योजना से जुड़े हुए हैं
- बेड योजना में शामिल सूबे के निजी अस्पतालों में
- 126 लाख के करीब हैं यूपी में लाभार्थी परिवार
- 05 सदस्य न्यूनतम एक परिवार के योजना में हैं शामिल
पैकेज योजना में शामिल हैं, इलाज होगा मुमिकन
सीईओ-साची संगीता सिंह ने बताया कि आयुष्मान योजना से कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज मुहैया कराने की प्लानिंग चल रही है। निजी अस्पतालों का चयन किया जा रहा है, मगर मैं अभी इस पर ज्यादा नहीं बता सकती हूं। यह सरकार के स्तर से फैसला होना है ।