इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए अब दस वैकल्पिक विषय, मिलेंगे सार्थक परिणाम
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन ने दी राहत। बढ़ेगा रुझान देखने को मिलेंगे सार्थक परिणाम।
लखनऊ, (पुलक त्रिपाठी)। इंजीनियरिंग में दाखिले की चाहत रखने वालों के लिए बड़ी खबर है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन (एआइसीटीई) ने दाखिले के लिए अब तीसरे व वैकल्पिक विषय के रूप में केमेस्ट्री के साथ ही बायोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, इनफॉरमेटिक्स प्रैक्टिसेज, एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंंग ग्रॉफिक्स, बिजनेस स्टडीज, टेक्निकल वोकेशनल विषय को भी वैकल्पिक विषयों को शामिल किया है। एआइसीटीई के लिए इस फैसले से देश भर के अलग अलग राज्यों आयोजित की जाने वाली राज्य प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थियों की संख्या में भी बड़ा इजाफा होगा।
दरअसल, इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में गणित, फिजिक्स अनिवार्य विषय है जबकि तीसरे व वैकल्पिक विषय के रूप में अब तक रसायन विज्ञान था। मगर अब उपरोक्त दस नए प्रोफेशनल विषयों को भी वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया गया है। उदाहरण के तौर पर कंप्यूटर साइंस के वैकल्पिक विषय के रूप में उपलब्ध होने से उस छात्र की इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कुशलता में भी वृद्धि होगी। विशेषज्ञों की मानें तो केमेस्ट्री के अलावा इन प्रोफेशनल विषयों के शामिल होने से जो छात्र इन संबंधित क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं, उनकी राह आसान होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
लखनऊ विश्वविद्यालय की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिमांशु पांडेय ने बताया कि इससे इंजीनियरिंग की ओर छात्रों का रुझान बढ़ेगा। साथ ही उनसे जुड़े विषय के प्रवेश परीक्षा में शामिल होने से उन्हें प्रवेश परीक्षा में आसानी होगी।
उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) के राज्य समंवयक प्रो. विनीत कंसल,नेे बताया कि प्रोफेशनल कोर्सों को शामिल कर एआइसीटीई ने प्रवेश प्रक्रिया को आसान व स्पष्ट कर दिया है। इससे इंटरमीडिएट में गणित और फिजिक्स के साथ कंप्यूटर साइंस वाले भी प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।