जासूसी के आरोपित ब्रह्मोस एयरोस्पेस के इंजीनियर पर अब नागपुर में चलेगा मुकदमा
यूपी एटीएस ने नागपुर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस के जिस सीनियर सिस्टम इंजीनियर निशांत अग्रवाल को जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया था उस पर अब नागपुर में मुकदमा चलेगा।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने महाराष्ट्र एटीएस की मदद से नागपुर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस के जिस सीनियर सिस्टम इंजीनियर निशांत अग्रवाल को जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया था, उस पर अब नागपुर में ही मुकदमा चलेगा। यूपी एटीएस ने लखनऊ जेल में बंद निशांत को बुधवार को नागपुर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में नागपुर जेल भेज दिया गया।
आइजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि चार अक्टूबर 2018 को एटीएस थाने में पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा फर्जी फेसबुक आइडी के जरिये भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों की मदद से गोपनीय दस्तावेज व जानकारियां जुटाये जाने संबंधी रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इस कड़ी में यूपी एटीएस ने आठ अक्टूबर 2018 को नागपुर से ब्रह्मोस के इंजीनियर निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। उसके लैपटॉप से कई गोपनीय व अतिसंवेदनशील दस्तावेज मिले थे। सामने आया था कि निशांत हनीट्रैप का शिकार हुआ था।
निशांत के पाकिस्तान बेस्ड दो फर्जी फेसबुक आइडी के संपर्क में होने की बात भी सामने आई थी। तब एटीएस ने कानपुर व आगरा में रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े दो अन्य व्यक्तियों के बारे में भी लंबी छानबीन की थी। आइजी एटीएस ने बताया कि गली नंबर-7, उज्जवलनगर, नागपुर (महाराष्ट्र) निवासी निशांत को ब्रह्मोस एयरोस्पेस से अनाधिकृत रूप से गोपनीय सूचनाएं जुटाने का आरोपी पाया गया। निशांत को नागपुर में गिरफ्तार किये जाने के बाद लखनऊ में स्पेशल सीजीएम की कोर्ट में पेश किया गया था।
विवेचना में आरोपित निशांत अग्रवाल के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत अपराध किये जाने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत नियमानुसार स्पेशल सीजेएम के न्यायालय में कंपलेंट दाखिल की गई। न्यायालय ने 12 मार्च को अपने आदेश में न्यायिक क्षेत्राधिकार न होने के कारण विवेचक को नागपुर कोर्ट में कंपलेंट दाखिल करने का निर्देश दिया था। इस पर 14 मार्च को नागपुर के न्यायालय में कंपलेंट दाखिल की गई। आरोपित निशांत को नागपुर कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
ऐसे पकड़ा गया था निशांत
एटीएस ने 19 सितंबर, 2018 को मिलेट्री इंटेलीजेंस के इनपुट पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की जासूसी के आरोप में बीएसएफ के जवान अच्युतानंद मिश्रा को गिरफ्तार किया था। बीएसएफ जवान पाकिस्तान की जिन फेक आइडी से जुड़ा था, उनकी जांच में दो और फर्जी आइडी सामने आई थीं। उन फर्जी आइडी की जांच में निशांत के बारे में पुख्ता जानकारी मिली थी।