स्मार्ट क्लास में Smart बनेंगे युवा, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को मिली सुविधा
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ में स्मार्ट क्लास की स्थापना। आइटीआइ के अंतिम वर्ष के छात्रों का होगा प्रवेश।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। पुरानी तकनीकी को आधुनिकता का रंग देकर युवकों को स्मार्ट मैकेनिक बनाने की पहल शुरू हुई है। कर्मशाला में हथौड़ी और पेचकस के साथ राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में पढऩे वाले प्रशिक्षु अब एसी लगे स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ेंगे। स्थानीय राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में स्मार्ट क्लासरूम में युवा आधुनिक पढ़ाई भी करने लगे हैं। आगरा, वाराणसी और गोरखपुर में भी इसकी स्थापना की गई है।
स्मार्ट कर्मशाला में जहां विद्यार्थियों को वर्तमान समय के उपकरणों की जानकारी दी जाएगी। वहीं, स्मार्ट क्लास रूम में विद्यार्थियों को विशेषज्ञ आधुनिक तकनीकों के बारे में बताएंगे। कंप्यूटर के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। यही नहीं, इस क्लासरूम में युवाओं का ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्हें न पेन और न ही कॉपी निकालने की जरूरत होगी।
ऐसे होगा प्रवेश
राजकीय औद्योगिक संस्थान में आरएसी और इलेक्ट्रिक ट्रेड के अंतिम वर्ष के छात्रों का ही इसमें प्रवेश होगा। 50 दिन की ट्रेनिंग देकर युवाओं को 'स्मार्टÓ बनाया जाएगा। एसी कमरे में लैपटॉप के माध्यम से बड़ी स्मार्ट टीवी में युवाओं को पढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षक संजीव चौधरी ने बताया कि स्मार्ट प्रयोगशाला भी तैयार है, जहां मल्टीनेशनल ब्रांड की टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन व एसी जैसे आधुनिक उपकरणों को खोलकर खुले में इसका प्रदर्शन किया जाता है।
50 दिन की ट्रेनिंग और 20 हजार वजीफा
एक बैच में पढऩे वाले 26 युवाओं को निश्शुल्क स्मार्ट ट्रेनिंग के साथ ही महिलाओं, दिव्यांगों और अनुसूचित जाति के युवाओं को 50 दिन की स्मार्ट ट्रेनिंग के एवज में 20 हजार रुपये का वजीफा भी मिलेगा। इसके साथ ही कंपनी में नौकरी के अवसर भी दिए जाएंगे।
व्यावसायिक शिक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक एससी तिवारी ने बताया कि डिजिटल इंडिया के तहत एक मल्टीनेशनल कंपनी से एमओयू हुआ है। लखनऊ के चारबाग स्थित राजकीय आइटीआइ के साथ गोरखपुर, वाराणसी व आगरा में युवाओं को स्मार्ट ट्रेनिंग दी जा रही है। इससे युवाओं को नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे।