नीति आयोग को प्रस्तावः आइआइटी में खुलेगा 'स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स'
देश को बेहतरीन टेक्नोक्रेट देने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) में 'स्कूल आफ इकोनॉमिक्स' का विभाग स्थापित किए जाने का मसौदा तैयार कर लिया गया है।
लखनऊ (जेएनएन)। आने वाले समय में आइआइटी कानपुर में इंजीनियरिंग व एमबीए की तरह छात्रों के लिए अर्थशास्त्र का भी अलग विभाग स्थापित होगा। इस अलग विभाग में छात्रों को स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी में प्रवेश दिए जाएंगे। देश को बेहतरीन टेक्नोक्रेट देने वाले इस संस्थान में 'स्कूल आफ इकोनॉमिक्स' का अलग विभाग स्थापित किए जाने का मसौदा तैयार कर लिया गया है। इसको निदेशक प्रो. इंद्रानिल मन्ना ने हाल ही में नीति आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. अरविंद पानगढिय़ा के सामने रखा था। इस पर उन्होंने आइआइटी प्रशासन को सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिए जाने की बात कही है।
अभी तक ह्यूमेनिटीज व सोशल साइंस विभाग के अंतर्गत अर्थशास्त्र का पाठ्यक्रम संचालित किया जाता है। इन विभागों के अंतर्गत स्नातक के छात्र अर्थशास्त्र का अध्ययन करते हैं। इसके अलावा इस विषय में पीएचडी भी कराई जाती है लेकिन स्नातकोत्तर की कक्षाएं अभी नहीं लगाई जा रही हैं। अब स्नातक व पीएचडी के साथ स्नातकोत्तर की कक्षाएं शुरू कराने व इसका विस्तार करने के लिए आइआइटी प्रशासन एक अलग विभाग बनाने जा रहा है। इसमें अर्थशास्त्र के साथ इसके अंतर्गत आने वाले गणित व सांख्यिकी विषयों में छात्र विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे।
माडर्न इकोनॉमिक्स तक बढ़ चुका पाठ्यक्रम का दायरा
स्कूल आफ इकोनॉमिक्स का अलग विभाग स्थापित करने का कारण आइआइटी प्रोफेसर यह बताते हैं कि अर्थशास्त्र की प्रासंगिकता सदैव से रही है और आगे भी रहेगी। अब यह विषय का दायरा बढ़कर 'मॉडर्न इकोनॉमिक्स' तक पहुंच चुका है। इसमें गणित विषय की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। इस विभाग के स्थापित होने के बाद छात्रों को अर्थशास्त्र के साथ उससे जुड़े गणित व सांख्यिकी जैसे विषयों में भी विशेषज्ञता दी जाएगी।
आइआइटी में अर्थशास्त्र के इन टॉपिक का अध्ययन
माइक्रो इकोनॉमिक्स, माइक्रो मनी, इंडस्ट्रियल ऑर्गनाइजेशन, रीजनल इकोनॉमिक्स, इनवायर्नमेंटल इकोनॉमिक्स, डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स, लॉ एंड इकोनॉमिक्स, ट्रांसपोर्ट इकोनॉमिक्स, इकोनॉमेट्रिक्स, इनपुट आउटपुट एनालिसिस व प्रोजेक्ट इकोनॉमिक्स।