अब मेट्रो स्टेशन पर लीजिए वड़ा पाव का मजा
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अपने
लखनऊ[जेएनएन]। मुंबई के वड़ा पाव का मजा यात्री आलमबाग बस अड्डा मेट्रो स्टेशन पर भी ले सकेंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए गोली वड़ा पाव ने अपनी ब्राच जहा खोली हैं, वहीं अमूल, ब्रू काफी के स्टाल भी स्टेशनों पर खुलने शुरू हो गए हैं। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अपने 8.5 किमी. के पैच में पचास स्टॉल खोले हैं। इनमें सत्तर फीसद खुल गए हैं। इनसे लखनऊ मेट्रो हर साल पाच करोड़ की कमाई करेगा।
लखनऊ मेट्रो ने यात्रियों की सुविधा के लिए अपने प्रापर्टी डेवलेपमेंट एरिया (पीडीपी) को विकसित करना शुरू कर दिया है। चारबाग मेट्रो स्टेशन पर तीस फीसद से अधिक हिस्सा वाणिज्य उपयोग के लिए छोड़ा है। इसी तरह आलमबाग बस अड्डा मेट्रो स्टेशन व ट्रासपोर्ट नगर पर सबसे अधिक स्टॉल खुले हैं। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि चंद माह के भीतर सैकड़ों आवेदकों ने स्टाल के लिए रुचि दिखाई है। स्टेशनों पर राष्ट्रीयकृत बैंकों के जहा आधा दर्जन से अधिक एटीएम खुल गए हैं, वहीं ब्रू कॉफी एंड रेस्टोरेंट, अमूल, गोली वड़ा पाव ने रुचि दिखाई है।
जनसंपर्क अधिकारी अमित ने बताया कि आठों स्टेशनों पर करीब तीन हजार स्क्वायर मीटर जगह पीडीपी के लिए चिह्नि्त की गई है। इनमें छोटे-बड़े पचास स्टॉल निकले हैं। इनसे हर माह 45 से 50 लाख का राजस्व आएगा।
ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर का डीपीआर शासन को भेजा
ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर का संशोधित डीपीआर सोमवार को लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) ने शासन को भेज दिया गया। संशोधित डीपीआर के कुल 11 स्टेशनों में सात भूमिगत होंगे और चार एलीवेटेड। कैबिनेट अप्रूवल के बाद शहरी विकास मंत्रलय व पीआइबी क्लीयरेंस मिलते ही एलएमआरसी रफ्तार पकड़ लेगा। संशोधित डीपीआर में रूट में कोई विशेष परिवर्तन नहीं किया गया है। पूरे रूट में कम से कम निजी जमीन लेने की कोशिश की गई है। न्यू मेट्रो पालिसी के तहत स्टेशनों की लंबाई जहा छोटी होगी, वहीं तीन कोच की मेट्रो ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर पर चलाई जाएगी। उद्देश्य होगा कि पुराने लखनऊ की जनता मेट्रो से कनेक्ट हो और वहा के रहने वालों को लखनऊ मेट्रो के कारण परेशानी भी न उठानी पड़े। करीब 66 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट को अगर समय से शुरू कर दिया गया तो वर्ष 2023 तक मेट्रो की सुविधा राजधानी के लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी।
17वीं मेट्रो के कोच ट्रासपोर्ट नगर डिपो पहुंचे:
लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) के बेडे में 17 मेट्रो ट्रेन शामिल हो गई हैं। वर्तमान में नार्थ साउथ कॉरीडोर के प्राथमिक सेक्शन में पाच मेट्रो ट्रेनों का संचालन हो रहा है। बीस मेट्रो ट्रेनें एलएमआरसी में आनी हैं, जो चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन से मुंशी पुलिया स्टेशन के बीच चलाई जाएंगी। एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया जो मेट्रो कोच ट्रासपोर्ट नगर डिपो पहुंच रहे हैं, उन्हें असेंबल व ट्रायल करके तैयार किया जा रहा है। उद्देश्य है कि एक अप्रैल 2019 तक डिमाड के हिसाब से हर तीन मिनट में स्टेशन पर यात्रियों को मेट्रो मिल सके। क्या कहना है प्रबंध निदेशक का?
एलएमआरसी प्रबंध निदेशक कुमार केशव का कहना है कि पीडीपी की डिमाड ज्यादा है। एलएमआरसी के पास उतनी स्पेस नहीं है। खुशी है कि नामी गिरामी लोगों ने स्टाल लेने के लिए आगे आए हैं। क्या है पीडीपी?
मेट्रो की भाषा में पीडीपी से तात्पर्य प्रापर्टी डेवलेपमेंट एरिया है। उस स्थान को कहा जाता है जिसका उपयोग लखनऊ मेट्रो वाणिज्यक गतिविधियों के लिए करता है जैसे स्टाल खोलना।