कोविड अस्पतालों में रह गए सिर्फ 10 फीसद मरीज
-80 से 90 फीसद बेड खाली ज्यादातर अस्पतालों में -लोकबंधु से लेकर एसजीपीजीआइ तक में घटी मरीजों की संख्या
लखनऊ : चिकित्सकों की मेहनत और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की बदौलत शहर के कोविड अस्पतालों में अब सिर्फ दस फीसद मरीज रह गए हैं। साथ ही अब रोजाना सिर्फ 10 से 15 मरीज ही लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। जबकि, रोजाना सौ से डेढ़ सौ मरीज विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किए जा रहे हैं। यही वजह है कि अब लोकबंधु से लेकर लोहिया, केजीएमयू और एमजीपीजीआइ के कोविड-19 अस्पतालों में 90 फीसद तक बेड खाली हो चुके हैं।
मरीजों की संख्या कोविड-19 अस्पतालों में लगातार कम होने से डॉक्टर भी राहत महसूस कर रहे हैं। साथ ही अब गंभीर मरीजों को भी बेड, वेंटिलेटर और आइसीयू के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। मरीजों की संख्या में आ रही कमी लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. अरुण लाल ने बताया कि पिछले कई दिनों से मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। सोमवार को अस्पताल में सिर्फ 13 मरीज ही भर्ती हैं। इनमें से तीन आइसीयू में हैं। मरीजों की भर्ती करने की क्षमता ढाई सौ है।
लोहिया संस्थान में कोरोना के नोडल प्रभारी डॉक्टर पीके दास ने बताया कि उनके यहां सिर्फ 37 मरीज भर्ती हैं। मरीजों को भर्ती करने की क्षमता 230 से अधिक है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि उनके यहां 129 कोरोना मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। जबकि, कुल मरीजों को भर्ती करने की क्षमता 503 है। इसी तरह एसजीपीजीआइ में करीब 70 मरीज आइसीयू में मौजूदा समय में भर्ती हैं। यहां मरीजों के लिए 340 बेड हैं। अस्पताल क्षमता भर्ती मरीज
लोकबंधु 250 13
लोहिया 230 37
एसजीपीजीआइ 340 70
केजीएमयू 503 129