UP में तीन करोड़ पुराने वाहनों की नंबर प्लेट बनेगी हाई सिक्योरिटी, ऑनलाइन होगी प्रक्रिया
प्रदेश में तीन करोड़ वाहनों में लगेंगे हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अगले हफ्ते से शुरू होगी प्रक्रिया।
By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 04 Jan 2020 01:22 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jan 2020 01:22 PM (IST)
लखनऊ, जेएनएन। प्रदेश के करीब तीन करोड़ पुराने वाहन मालिकों को भी अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) लगवानी पड़ेगी। अगले हफ्ते से यह प्रक्रिया शुरू होगी, जो सभी वाहनों पर लागू होगी। शासन की मुहर के बाद संभागीय परिवहन अधिकारी अगले हफ्ते डीलर के साथ बैठक कर इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। लखनऊ में करीब लाख पुराने वाहन इसकी जद में जाएंगे। ऐसा करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान है। नए वाहनों में यह नंबर प्लेट लगाकर दी जा रही है।
ऑनलाइन होगी प्रक्रिया
- वाहन निर्माता अथवा एजेंसी नई गाडिय़ों की तरह बनाए गए ऑनलाइन पोर्टल को विकसित कर फॉर्म फार्म एक को अपग्रेड करेगा।
- ऑनलाइन ही इसका पूरा विवरण डीलर तक पहुंचेगा।
- डीलर कागजात की जांच करेगा। वह वाहन-4 की मदद ले सकता है।
- सॉफ्टवेयर पर विवरण मैच न करने पर एसएमएस या अन्य साधनों से सूचित किया जाएगा।
- कागज की गहन पड़ताल होगी। चालान, जुर्माना, आरसी निलंबन तो नहीं हुआ है। तभी ऑनलाइन ओके होगा।
- शोरूम पर स्पष्ट रूप से देय फीस दर्ज रहेगी।
- फीस की रसीद और प्रिंट लेने की भी सुविधा होगी।
- फीस के बाद स्लॉट मिलेगा। पोर्टल पर तिथि का चयन कर सकेंगे।
- उसके बाद ओटीपी नंबर जेनेरेट होगा।
- तय समय पर वह संबंधित डीलर या एजेंसी धारक से संपर्क कर वाहन स्वामी को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए बुलाएगा।
- पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होगी, मैनुअल नहीं।
नंबर गेम
- 01 हफ्ते में शुरू होगी प्रक्रिया
- 22 लाख पुराने वाहन लखनऊ में दौड़ रहे
- 04 पहिया वाहनों में तीन प्लेट लगेंगी
- 02 पहिया वाहनों पर दो लगेंगी
- 10 हजार रुपये जुर्माना और गाड़ी जब्त हो सकती है बिना नंबर प्लेट पर
04 पहिया में तीन स्थानों पर होगा नंबर का अंकन
- नए वाहनों की तरह ही यह प्रक्रिया होगी। चौपहिया वाहन में अगली, पिछली और विंड स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन चिन्ह अंकित होगा।
- परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि पूरे प्रदेश के पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। जल्द से जल्द प्रदेश के सभी जिलों में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके लिए सभी आरटीओ और एआरटीओ को दिशा-निर्देश भेज दिए गए हैं।
यह भी जानें
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट क्या है?
- 07 अंकों का यूनीक लेजर कोड भी रहेगा हर नंबर प्लेज पर, रजिस्ट्रेशन नंबर भी दर्ज रहेगा।
- वाहन सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
- यह प्लेट एल्युमीनियम की बनी हुई है और इस पर एक होलोग्राम भी होगा।
- होलोग्राम एक स्टीकर होगा जिसपर वाहन के इंजन और चेसिस नंबर होंगे।
- यह नंबर पेंट और न स्टीकर से लिखा होगा। प्रेशर मशीन से लिखा जाता है।
- प्लेट पर एक तरह का पिन होगा जो आपके वाहन से जोड़ेगा।
- यह पिन एक बार आपके वाहन से प्लेट को पकड़ लेगा तो यह दोनों ही तरफ से लॉक होगा, किसी से खुलेगा नहीं।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के फायदे
- वारदातों और हादसों पर लगाम लगेगी क्योंकि प्लेट में क्रोमियम होलोग्राम तमाम जानकारी बता देंगे।
- क्रोमियम प्लेटेड नंबर और इंबॉस होने से नंबर प्लेट को रात में भी वाहनों पर कैमरे के जरिये नजर रख सकेंगे।
- पहले अपराधी वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ छेड़छाड़ करके भी फायदा उठाते थे, अब ऐसा नहीं होगा।
- इन नंबर प्लेट पर लेजर डिटेक्टर कैमरा लगा होगा, जिससे वाहन का आसानी से पता लगेगा।
- यूनीक जानकारियां भी नेशनल डाटाबेस में होंगी, इससे पूरे देश के वाहनों का एक सेंट्रलाइच्ड रिकॉर्ड होगा.
जानें एफ का मतलब
- गाड़ी नई हो या पुरानी प्रत्येक वाहन का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
- जब शोरूम से निकलती है तो उसको एक टेम्पररी नंबर दिया जाता है।
- यदि किसी गाड़ी को टेम्पररी नम्बर नहीं मिलता तो एफ लिखते हैं।
- इसका मतलब होता है कि गाड़ी का नंबर एप्लाई किया गया है।
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