बाराबंकी में संविदा कर्मचारियों का भविष्य होगा सुरक्षित, अब इनका भी कटेगा EPF
बाराबंकी ईपीएफ कटौती न हुई तो कटेगा बीडीओ का वेतन। पहली बार होगा जब संविदा कर्मचारियों का सुरक्षित होगा भविष्य।
बाराबंकी, जेएनएन। अब संविदा कर्मचारियों की भी भविष्य निधि सुरक्षित होगा। आदेश हुआ है कि अब सभी संविदा और आउट सोर्सिंग से नियोजित कर्मचारियों का भविष्य निधि (ईपीएफ) कटेगा। यदि ब्लॉक स्तर पर ईपीएफ नहीं काटा जाता है तो इसकी जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारियों की होगी। ईपीएफ न काटने वाले बीडीओ का वेतन रोक दिया जाएगा।
कर्मचारी भविष्य निधि या एंप्लायी प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) अभी तक सरकारी कर्मचारियों का ही कटता आ रहा है। संविदा कर्मचारी और आउटसोर्सिंग से नियोजित कर्मियों का भविष्य निधि नहीं कटता था। जबकि दो वर्ष पहले ईपीएफ काटने का आदेश हुआ था। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास की समीक्षा में खुलकर यह आया कि संविदाकर्मियों का ईपीएफ नहीं काटा जाता है। इस पर क बार फिर आदेश हुआ है कि सभी संविदा कर्मचारी और आउटसोर्सिंग से नियोजित कर्मियों का ईपीएफ काटा जाए। यह भी आदेश हुआ है कि यदि ब्लॉक स्तर पर ईपीएफ नहीं काटा जाता है तो खंड विकास अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। इसके लिए उनका वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया जाए। इस आदेश के बाद अब हड़कंप मचा है।
इन्हें मिलना चाहिए ईपीएफ
मनरेगा में कार्यरत रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी के अलावा अन्य कर्मचारी होते हैं। इनका ईपीएफ अभी तक नहीं कटता था। जिले में मनरेगा से लगभग 1200 से अधिक कर्मचारी हैं।
क्या कहते हैं डिप्टी कमिश्नर ?
डिप्टी कमिश्नर (मनरेगा) नरेंद्र देव द्विवेदी के मुताबिक, संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ काटने के आदेश हुए हैं। अब खंड विकास अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है कि जुलाई माह के वेतन से ईपीएफ काटा जाए। यदि ईपीएफ नहीं काटा जाता है तो बीडीओ का वेतन रोक दिया जाएगा।