पैन कार्ड की तरह घर पहुंचेगा DL, अब नहीं लगाने होंगे RTO के चक्कर
परिवहन आयुक्त कार्यालय से जारी होंगे लाइसेंस।
लखनऊ, जेएनएन। आरटीओ कार्यालय से जारी होने वाले ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) की व्यवस्था अगले माह की 15 तारीख तक बदल जाएगी। यह व्यवस्था पैन कार्ड सरीखी होगी। जुगाड़ लगा हाथ के हाथ लाइसेंस मिलने की प्रक्रिया पर रोक लग जाएगी। आरटीओ कार्यालय में आवेदक अपनी प्रक्रिया पूरी करेगा। उसके बाद डीएल परिवहन आयुक्त कार्यालय से सीधे प्रिंट कर पते पर भेजे जाएंगे।
उनकी प्रिंटिंग और भेजने की व्यवस्था परिवहन आयुक्त कार्यालय की ओर से तय की गई संस्था के मार्फत होगी। साथ ही उनकी जवाबदेही भी तय होगी। देर करने पर जुर्माना भी कंपनी पर लगेगा। इसके लिए कंपनी तय कर दी गई हैं।
स्थाई डीएल जारी करने की जिम्मेदारी होगी
स्मार्ट कार्ड डीएल योजना के लिए नई संस्था का चयन कर लिया गया। स्थाई डीएल की पिंट्रिंग, आवेदक के पते पर डिस्पैच व डिलीवरी का काम संस्था द्वारा सेंट्रलाइज्ड रूप से परिवहन आयुक्त कार्यालय से किया जाएगा। एक पत्र मुख्यालय से सभी आरटीओ को भेजा गया है, जिसमें 28 मार्च तक बिजली कनेक्शन सहित जगह उपलब्ध कराने को कहा गया है।
दस दिन में घर तक पहुंचाना होगा डीएल
लाइसेंस बन जाने के बाद प्रक्रिया पूरी होते ही आवेदक के डीएल की प्रिंटिंग होगी। उसके बाद कंपनी को लाइसेंस आवेदक के घर सात से दस दिन के भीतर डीएल पहुंचाना अनिवार्य होगा। लेट होने पर पांच रुपया प्रतिदिन की दर से जुर्माना कंपनी को देना होगा।
25 रुपये नहीं देने होंगे
अभी डीएल प्राप्त करने के लिए आवेदक को करीब 25 रुपये का एक लिफाफा मय टिकट देना होता है। अब इसे जमा नहीं करना पड़ेगा। कंपनी एक सेपरेट काल सेंटर सिर्फ डीएल संबंधित काम के लिए बहुत जल्द स्थापित करेगी। उसके बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। तय समय पर डीएल न मिल पाने पर आवेदक अपनी शिकायत उस हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज करा सकता है।
क्या कहते हैं अफसर ?
परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश धीरज साहू का कहना है कि लाइसेंस जारी करने की नई व्यवस्था 15 अप्रैल तक शुरू हो जाएगी। अरसे से चल रही तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इससे आवेदक का लाइसेंस बिना परेशान हुए उसके घर तक पहुंच जाएगा। साथ ही पारदर्शिता आएगी। इसमें बाकायदा पूरी जवाबदेही होगी।
VIP नंबर के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का आज अंतिम दिन
वाहनों के वीआइपी नंबर के लिए ऑनलाइन बोली लगाने को पंजीयन कराने का अंतिम दिन शनिवार है। शाम छह बजे के बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बंद हो जाएगी। उसके बाद वीआईपी नंबर के इच्छुक आवेदक को ऑनलाइन बोली लगानी होगी। रविवार से लगातार तीन दिनों तक 346 वीआईपी नंबरों के लिए आवेदक ऑनलाइन बोली लगाएंगे। हर नंबर के लिए तीन आवेदक का होना जरूरी होगा। अब तक 59 आवेदकों ने बोली लगाने के लिए पंजीयन कराया है। मंगलवार वीआइपी नंबरों की ऑनलाइन बोली लगाने का अंतिम दिन होगा।