केजीएमयू की नई पहल: वीडियो से दूर की जाएगी ऑपरेशन की घबराहट, एनेस्थीसिया की डोज भी होगी कम Lucknow News
केजीएमयू में एनेस्थीसिया विभाग ने शुरू की पहल डॉक्टरों ने बनाया 13 मिनट का वीडियो ऑपरेशन से पहले मरीज को दिखाया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के डॉक्टरों ने नई पहल शुरू की। ऑपरेशन से पहले मरीजों को वीडियो दिखाया। इससे आश्वस्त हुए मरीजों की घबराहट के साथ-साथ दवा की डोज भी कम देनी पड़ी।
केजीएमयू के एनेस्थीसिया विभाग ने ओटी प्रोसीजर का वीडियो तैयार की। 13 मिनट के वीडियो में एनेस्थीसिया कैसे दिया जाता है, क्या तरीके हैं। मरीज का डॉक्टर कैसे ख्याल रखते हैं। इमरजेंसी स्थिति से बचाव के लिए ओटी में क्या उपाय हैं। इन सब के विजुअल बनाए हैं। ऐसे में 80 मरीजों पर स्टडी की गई। डॉ अजय चौधरी के मुताबिक कुल 80 मरीजों में से 40 को ऑपरेशन से पहले वीडियो दिखाया गया। वहीं 40 मरीजों को वीडियो बिना दिखाए सर्जरी की गई। यह देखा गया कि वीडियो देखकर सर्जरी के लिए ओटी में गए पेशेंट आत्मविश्वास से भरपूर थे। उनमें घबराहट नहीं थी।
इन मरीजों को एनेस्थीसिया डोज में कम दवा इस्तेमाल करनी पड़ी। वहीं जिन्हें वीडियो नहीं दिखाया गया, उनमें ओटी में घबराहट बरकरार थी। साथ ही बेहोशी की दवा की डोज भी अधिक रही।
स्केल से परखी एंजाइटी
डॉ. तन्मय तिवारी के मुताबिक ऑपरेशन से पहले घबराहट को प्री-ऑपरेटिव एंजाइटी कहा जाता है। पहले सभी मरीजों को ऑपरेशन से पहले एनेस्थीसिया क्लीनिक में बुलाया गया। उसमें फिट पाए जाने पर ऑपरेशन की तिथि दी गई। वहीं वीडियो दिखाने से पहले एंजाइटी का स्केल पद्धति से आंकलन किया गया। इसमें वीडियो देखने से पहले मरीजों का स्केल 10 आया, जबकि वीडियो देखने के बाद स्केल आठ ही थी।