PGI की दर पर होगा कैंसर संस्थान में इलाज, खाका तैयार- मरीजों को राहत Lucknow News
30 नवंबर से ओपीडी शुरू करने की योजना मंगलवार को होने वाली गवर्निंग बैठक में हरी झंडी मिलने की उम्मीद।
लखनऊ [संदीप पांडेय]। कैंसर संस्थान में नवंबर अंत तक ओपीडी रन करने का प्लान है। यहां मरीजों को इलाज पीजीआइ की दर पर मिलेगा। इसके लिए खाका तैयार कर लिया गया है। गवर्निंग बॉडी की बैठक में शीघ्र ही हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
चक गंजरिया स्थित कैंसर संस्थान का परिसर 101 एकड़ में है। एक हजार करोड़ की लागत से बन रहे संस्थान में ऑर्गन बेस्ड कैंसर का इलाज होगा। इसे चरणवार रन किया जाएगा। पहले ओपीडी, डे केयर सर्विस के साथ-साथ सीमित बेडों की इंडोर सुविधा होगी। 30 नवंबर से संस्थान में मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने की योजना है। वहीं ओपीडी पंजीकरण से लेकर इलाज की दरें पीजीआइ के समान होंगी। मंगलवार को प्रस्तावित गवर्निंग बॉडी की बैठक में कई मसलों पर मुहर लग सकती है। संस्थान के निदेशक डॉ. शालीन चंद्रा ने 30 नवंबर को ओपीडी शुरू करने की उम्मीद जताई है।
250 रुपये का पंजीकरण, साल भर मान्य
कैंसर संस्थान में अब 250 रुपये का पंजीकरण होगा। यह मरीजों के लिए सालभर वैध होगा। वहीं, एक दिसंबर 2016 में केजीएमयू द्वारा संस्थान की ओपीडी शुरू की गई थी। इस दौरान 250 रुपये का पंजीकरण शुल्क रखा गया, यह छह माह के लिए मान्य था। वहीं 10 रुपये का पर्चा 15 दिन के लिए वैध किया गया था। केजीएमयू द्वारा ओपीडी बंद करने पर संस्थान के डॉक्टर ने मरीजों को देखने शुरू किया। इस दौरान उन्होंने निश्शुल्क पर्चा बनाकर कुछ दिन मरीज देखे।
वार्ड में 56 बेड की सुविधा
शुरुआत में कैंसर संस्थान में 56 बेड होंगे। यह डे केयर व इंडोर दोनों मिलाकर होंगे। इसमें भर्ती कर मरीजों की कीमोथेरेपी चढ़ाई जाएगी। साथ ही अंको सर्जरी व रेडियोथेरेपी के मरीजों के भी बेड होंगे।
तीन ऑपरेशन थियेटर करेंगे रन
कैंसर संस्थान में फार्मेसी, पैथोलॉजी के साथ-साथ तीन ऑपरेशन थियेटर भी रन करेंगे। एक माइनर ओटी व दो ऑपरेशन थियेटर तैयार हैं।
एक हजार बेड का प्रोजेक्ट
कैंसर संस्थान का प्रोजेक्ट एक हजार बेड का है। प्रथम चरण में 35 एकड़ पर भवनों का निर्माण हो रहा है। इसमें 500 बेड की इंडोर बिल्डिंग समेत 11 भवनों का निर्माण अंतिम दौर में है। वहीं द्वितीय चरण में शेष भूमि पर विभागों का विस्तार किया जाएगा।