लखनऊ में जाम वाले क्षेत्रों से बाहर किए जाएंगे रोडवेज बस अड्डे, रिकार्ड होंगे डिजिटल Lucknow News
लखनऊ में परिवहन निगम के निदेशक मंडल की बैठक में लिए गए निर्णय जाम वाले क्षेत्रों से बाहर होगे बस अड्डे।
लखनऊ, जेएनएन। जाम वाले क्षेत्रों से बस अड्डों को बाहर ले जाने के प्रस्ताव को भी बोर्ड बैठक ने मंजूरी दे दी। यह कहते हुए कि नगर निगम एवं नगर पालिका के क्षेत्र में ऐसे बस स्टेशनों के कारण दुर्घटनाएं भी होती हैं। पूरे प्रस्ताव पर कार्ययोजना बनाने का भी फैसला हो गया। बैठक में परिवहन निगम के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक डॉ. राज शेखर और परिवहन विभाग के विशेष सचिव, डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र मौजूद रहे।
अन्य फैसले : समस्त रिकॉर्ड डिजिटल होंगे। छह महीने में निगम मुख्यालय के समस्त रिकार्ड डिजिटल कर दिए जाएंगे।
निगम मुख्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने की सहमति दी।
परिवहन निगम की वेबसाइट को भारत सरकार के अनुरूप आधुनिक बनाया जाएगा। एमआइएस को ऑनलाइन करने की अनुमति।
अब एक और मौका: दोपहिया व चार पहिया वाहनों के वीआइपी नंबरों की नीलामी में हिस्सा न लेने वालों को अब परिवहन विभाग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नंबर आवंटित करेगा। दरअसल नीलामी के अंतिम दिन गुरुवार को खरीदार ही नहीं जुटे थे। इस कारण सभी 346 वीआइपी नंबर खाली चले गए थे। ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय से इस बार नई सीरीज यूपी 32 एलई शुरू की गई थी। इसमें 346 वीआइपी नंबरों में केवल 11 वाहन स्वामियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। गुरुवार शाम छह बजे तक लोगों ने पंजीकरण नहीं करवाया। अब इन नंबरों को न्यूनतम कीमत पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा।
बदला जाएगा कमता बस अड्डे का नाम
कमता बस अड्डे का नाम बदलने की तैयारी है। गोमतीनगर स्थित परिवहन निगम की कार्यशाला का भी नया नाम तय होगा। स्थानीय नाम के अलावा किसी महापुरुष का नाम तय करने के लिए निगम मुख्यालय में मंथन शुरू हो गया है। निगम प्रशासन 10 जनवरी तक नए नाम की घोषणा कर सकता है। जबकि 15 जनवरी तक कमता चौराहा स्थित बस अड्डे से बसों का संचालन शुरू होगा। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने बताया कि लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य शहरों में बन रहे नए बस अड्डों को नया नाम देने के लिए विचार चल रहा है।