मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेंगी सीटें, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मिलेगा 10 फीसद आरक्षण
उत्तर प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई के लिए सीटें बढ़ाने को लेकर दो और तीन मई को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एमसीआइ के सदस्य व चिकित्सा संस्थानों के अफसरों के साथ बैठक हुई।
लखनऊ[संदीप पांडेय]। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों को मेडिकल की पढ़ाई में भी दस फीसद आरक्षण मिलेगा। इसके लिए प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्नातक और परास्नातक की सीटों में बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रलय के निर्देशों के तहत 15 मई तक सीट बढ़ोतरी का प्रस्ताव हर हाल में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) को भेजना होगा। केजीएमयू ने प्रस्ताव तैयार भी कर लिया है। मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा हो चुकी है और अगस्त से दाखिले शुरू होंगे।
उत्तर प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई के लिए सीटें बढ़ाने को लेकर दो और तीन मई को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, एमसीआइ के सदस्य व चिकित्सा संस्थानों के अफसरों के साथ बैठक हुई। लिहाजा, राज्य की मेडिकल यूनिवर्सिटी, आयुर्विज्ञान संस्थानों व सभी मेडिकल कॉलेजों को 15 मई तक सीट बढ़ोतरी का प्रस्ताव एमसीआइ को भेजने का आदेश दिया गया है।
एमबीबीएस की सीटें 1990 से बढ़कर 2,189 होंगी
राज्य में अभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1990 एमबीबीएस सीटें हैं। सीटें बढ़ने के बाद इनकी संख्या 2,189 के करीब होने की उम्मीद है। वहीं, एमडी-एमएस की 891 सरकारी सीटें बढ़कर 980 होने के आसार हैं।
15 मई तक भेजना है प्रस्ताव
प्रो. नरसिंह वर्मा के मुताबिक शैक्षिक सत्र 2019-20 में सरकारी मेडिकल कॉलेजों को यूजी पाठ्यक्रम में 10 फीसद सीट बढ़ोतरी का आदेश दिया गया है। शैक्षिक सत्र 2020-21 तक पीजी सीट बढ़ाने का पत्र जारी किया गया है। ऐसे में एमबीबीएस, एमडी और एमएस की सीटों की बढ़ोतरी होगी। इसका प्रस्ताव 15 मई तक भेजा जाना है।
केजीएमयू ने प्रस्ताव भेजा
केजीएमयू में एमसीआइ सेल के इंचार्ज प्रो. नरसिंह वर्मा के मुताबिक 10 फीसद सीट बढ़ोतरी का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। जबकि लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और संजय गांधी पीजीआइ में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
नए कॉलेजों में भी पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद
राज्य में सात नए सरकारी कॉलेजों में इस सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद है। इनमें गेट्रर नोएडा और बदायूं मेडिकल कॉलेज में 100-100 एमबीबीएस सीट होंगी। वहीं, शाहजहांपुर, बहराइच, बस्ती, फिरोजाबाद और अयोध्या में बन रहे मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 100-100 सीटों के लिए आवेदन किया गया है। ऐसे में इन कॉलेजों में एमबीबीएस की 700 सीटें और बढ़ने के आसार हैं।
लखनऊ में इतनी बढ़ेंगी सीटें
- केजीएमयू में एमबीबीएस की 250 से बढ़कर 275 सीटें हो जाएंगी। वहीं, एमडी-एमएस की 272 सीटें हैं। इनमें 29 सीटों की बढ़ोतरी होगी।
- लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमबीबीएस की 150 सीटें हैं और एमडी-एमएस की 31 सीटें हैं।
- एसजीपीजीआइ में 40 सीटें पीजी कोर्स में हैं। यहां 10 फीसद सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार हो रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
- पीजीआइ सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल का कहना है कि पीजी सीटें बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसे फाइनल कर जल्द से जल्द भेजा जाएगा।
- चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता के मुताबिक, सरकारी मेडिकल कॉलेजों में यूजी-पीजी की सीटों की बढ़ोतरी की जानी है। ये सीटें दुर्बल आय वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए होंगी। इसके लिए एमसीआइ को प्रस्ताव भेजे जा रहे हैं।
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