डायबिटीज-डायरिया से बिगड़ी हालत, हिम्मत से दी नौ लोगों ने कोरोना को मात
लोहिया संस्थान लखनऊ में भर्ती नौ कोरोना मरीज ठीक हुए सात वर्षीय बच्ची भी भेजी गई घर।
लखनऊ, जेएनएन। लोहिया संस्थान में भर्ती कोरोना मरीज वर्षों से डायबिटीज से पीड़ित थे। वहीं बुजुर्ग महिला सीवियर डायरिया का शिकार हो गईं। ऐेसे में हालत गंभीर हो गई। डॉक्टर ने ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। मगर, हिम्मत नहीं हारी। वायरस से डटकर मुकाबला किया। ऐसे में 13 वें दिन बीमारी से जंग जीतने में कामयाबी हासिल की।
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के डीएमएस डॉ. श्रीकेश के मुताबिक गुरुवार को नौ मरीज कोरोना के ठीक हुए। इन्हें शाम को एंबुलेंस से घर भेज दिया गया है। इसमें पांच लोग म लिहाबाद निवासी प्रवासी थे। इसके अलावा तीन मरीज एक ही परिवार के रिंग रोड निवासी भर्ती थे। वहीं एक 60 वर्षीय मरीज नरही निवासी भर्ती की गई थी। सभी मरीज 22 व 23 मई को अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसमें नरही निवासी 60 वर्षीय तारा कनौजिया सिविल अस्पताल दिखाने गई थीं। यहां से लोकबंधु भेजी गईं। मगर, हालत बिगड़ गई। उन्हें सीवियर डायरिया हो गया। उल्टी होने लगीं। हालत गंभीर होने पर लोहिया संस्थान रेफर किया गया। यहां के कोविड-अस्पताल में भर्ती की गईं। उन्हें दो दिन तक ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। ऐसे ही रिंगरोड निवासी 59 वर्षीय समी शेख डायबिटीज के रोगी थे। दोनों हाई रिस्क ग्रुप के मरीज थे। दोनों ने हिम्मत के साथ बीमारी का मुकाबला किया। शाम को ठीक होकर घर चले गए।
डॉक्टरों ने अस्पताल में मनवाई ईद
मरीज शमीम शेख ने डॉक्टरों की मेहनत व सेवाभाव को सराहा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में रमजान के कई दिन बीते। ईद भी यहीं मनाई गई। डॉक्टरों ने इसकी व्यवस्था की थी। फल व सेंवई वार्ड में भेजी गईं। वहीं मलिहाबाद निवासी सात वर्षीय बच्ची भी ठीक होने पर काफी खुश दिखी। उसने कहा कि वार्ड में कोई दिक्कत नहीं हुई। सभी हाैसला रखें। वायरस से घबराएं नहीं। बीमारी से जीतना मुमकिन है।