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Advocate Murder Case: शिशिर हत्याकांड में अब तक नौ गिरफ्तार, फुटेज बना आरोपितों के गले का फंदा Lucknow News

Advocate Murder Case सात जनवरी की देर रात हुई थी हत्‍या। मुख्य आरोपित समेत छह की पहले ही हो चुकी है गिरफ्तारी। फुटेज से हुई पहचान।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sun, 12 Jan 2020 10:07 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 08:35 AM (IST)
Advocate Murder Case: शिशिर हत्याकांड में अब तक नौ गिरफ्तार, फुटेज बना आरोपितों के गले का फंदा Lucknow News
Advocate Murder Case: शिशिर हत्याकांड में अब तक नौ गिरफ्तार, फुटेज बना आरोपितों के गले का फंदा Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के बहुचर्चित अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी हत्याकांड मामले में तीन और आरोपितों की पुलिस ने गिरफ्तारी की है। इससे पहले फरार चल रहे चार हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक मामले में पुलिस ने नौ लोगों को पकड़ लिया है। अभी कुछ और आरोपितों को भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। इंस्पेक्टर कृष्णानगर रामकुमार यादव के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में हत्यारोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। चारों अभियुक्तों को विजयनगर पंडितखेड़ा रेलवे क्रॉसिंग के पास गिरफ्तार करने का दावा किया गया है। 

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मामलों में अब तक नौ गिरफ्तार

बता दें, बीती सात जनवरी को देर रात कृष्णानगर के स्नेहनगर निवासी अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी (32) की हुई हत्या मामले में पुलिस ने अगले दिन ही मुख्‍य आरोपित उपेंद्र और विनायक ठाकुर को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़कर पुलिस ने अगली कार्रवाई में शुक्रवार को चार और हत्यारोपितों प्रेमनगर निवासी मंजीत उर्फ रॉबिन, दामोदरनगर निवासी शुभम यादव उर्फ डेंजर, गुलाम मुस्तफा व बाराबंकी निवासी धीरज गौतम पर शिकंजा कसा। वहीं, रविवार को पुलिस ने तीन और आरोपित दामोदर नगर निवासी बच्चा यादव उर्फ राकेश, अनिल गुप्ता व श्रृंगारनगर निवासी कशिश मल्होत्रा को गिरफ्तार किया। 

हत्या में इस्तेमाल डंडा भी बरामद

हत्यारोपितों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल एक बांस का टुकड़ा बरामद किया गया है। तीनों को सीसी फुटेज से चिह्नित किया गया है। इस मामले में मुख्य हत्यारोपित उपेंद्र समेत छह लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। 

ये है मामला

शिशिर की हत्या पुरानी रंजिश में सात जनवरी की देर रात धारदार हथियार से कर दी गई थी। घटना के विरोध में वकीलों ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव को सीधे कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर रखकर जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया था। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी प्रदर्शन में शामिल हुये थे। वकीलों ने पीडि़त परिवार के लिए 20 लाख रुपये मुआवजे, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, हत्यारोपितों की गिरफ्तारी व दोषी पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग की थी। घटना के बाद इंस्पेक्टर कृष्णानगर पीके सिंह को निलंबित कर दिया गया था। उनकी जगह अतिरिक्त इंस्पेक्टर अपराध रामकुमार को नियुक्त किया गया था। 

फुटेज में दिखे थे पांच 

फुटेज में पांच लोग दिखाई दिए थे। जिसमें आरोपित विनायक शिशिर को पकड़े हुए दिखा था। यही नहीं एक हमलावर ने सबसे पहले शिशिर को थप्पड़ मारा था। इसके बाद दूसरे ने डंडे व तीसरे ने ब्लेड से ताबड़तोड़ वार किए थे। फुटेज के जरिए पुलिस आरोपितों की पहचान कर आरोपितों की गिरफ्तारी में लगी है। 


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