निदा खान ने सुप्रीमकोर्ट से शरीयत के दायरे में हलाला पर रोक लगाने की मांग की
निदा खान कहती हैं कि उनकी छवि शरीयत विरोधी गढ़ी जा रही है। जबकि वह शरीयत के दायरे में महिलाओं का हक मांग रही हैं।
बरेली (जेेएनएन)। तीन तलाक, हलाला और बहु-विवाह पर मुखर होकर सुर्खियों में आईं निदा खान ने सर्वोच्च न्यायालय पहुंचकर लंबी लड़ाई छेड़ दी है। उनकी मांग हलाला पर रोक लगाने की है। उनके अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। मंगलवार को याचिका दाखिल नहीं हो सकी, अब पंद्रह अगस्त के बाद वह रिट दायर करेंगे। निदा खान आला हजरत खानदान की पूर्व बहू हैं।
शौहर शीरान रजा खां से विवाद के बाद उन्होंने आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी बनाकर तलाकशुदा औरतों की आवाज बुलंद की है। जुलाई में बरेली में ससुर के साथ हलाला की घटना सामने आई। उन्होंने पीडि़ता की लड़ाई शुरू की। बाद में उनके खिलाफ इस्लाम से खारिज करने का फतवा जारी हुआ था। निदा खान कहती हैं कि उनकी छवि शरीयत विरोधी गढ़ी जा रही है। जबकि वह शरीयत के दायरे में महिलाओं का हक मांग रही हैं। हलाला और एक साथ तीन तलाक की घटनाएं महिलाओं के शरई अधिकारों का उल्लंघन हैं।
निदा से भाजपा में टकराव की नौबत
बरेलीः तीन तलाक, हलाला और बहु-विवाह पर मुखर होकर भाजपा की नजर में चढ़ीं निदा खान की ज्वाइनिंग को लेकर भाजपा में टकराव की नौबत आ गई है। निदा को भाजपा में शामिल कराने के लिए पुल बनीं उत्तराखंड की मंत्री रेखा आर्या के पति पप्पू गिरधारी ने कहा कि निदा भाजपा में हर कीमत पर शामिल होंगी। केंद्रीय-प्रदेश नेतृत्व हरी झंडी दे चुका है। बरेली के जो मंत्री अड़ंगा लगा रहे हैं, उन्हें जल्द ही बरेली में साहू समाज का बड़ा सम्मेलन करके अपनी ताकत का एहसास कराएंगे।
साहू विकास राठौर समिति के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष व उत्तराखंड की मंत्री रेखा आर्या के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि बरेली के एक मंत्री जो अड़ंगा लगा रहे हैं। वह सामने आएं। चेतावनी दी कि बरेली में एक सम्मेलन कर करीब 50 हजार साहू समाज के लोगों एकजुट करेंगे। निदा देश की बेटी हैं। भाजपा पूरे देश की पार्टी है। इसमें जाति-धर्म मायने नहीं रखता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन तलाक रोकने के लिए काम कर रहे हैं।
पार्टी में निदा की ज्वाइनिंग जरूर होगी। मंगलवार को उन्होंने बरेली के साहू समाज को लोगों को उत्तराखंड बुलाकर उनसे स्थानीय राजनीतिक हालात पर लंबी चर्चा की। दरअसल पिछले सप्ताह निदा खान उत्तराखंड में मंत्री रेखा आर्या से मिली थीं। उन्होंने निदा की भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से फोन पर बात कराई। राष्ट्रीय नेतृत्व ने निदा की ज्वाइनिंग को हरी झंडी दे दी। बाद में स्थानीय नेता सक्रिय हो गए। इस वजह से निदा की ज्वाइनिंग अभी अटकी है।
हलाला नहीं करने पर ससुर ने किया दुष्कर्म का प्रयास
मुरादाबाद : बहू के हलाला करने से मना करने पर ससुर ने साथियों संग दुष्कर्म करने का प्रयास किया। आरोप है कि विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की गई। एसएसपी के आदेश पर ससुर समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।
मुरादाबाद के थाना डिलारी के गांव ढकिया पीर की महिला ने एसएसपी जे. रविन्दर गौड को शिकायती पत्र देकर गांव बहेड़ी ब्रह्मनान निवासी ससुरालियों पर दहेज की मांग को लेकर उत्पीडऩ करने का आरोप लगाते हुए बताया कि उसकी तीन बेटियां हैं। चार साल पहले पति सऊदी अरब में नौकरी करने गया था। 22 जुलाई को पति ने वहीं से फोन पर उसे तीन तलाक दे दिया। इसके बाद से ससुरालियों से अलग घर में वह इद्दत पर रही। आरोप है कि सात अगस्त की रात को वह बेटियों के साथ बरामदे में सो रही थी। रात नौ बजे ससुर गांव के ही चार लोगों को लेकर उसके कमरे में घुस आए।
ससुर उनमें से ही अपने एक साथी के साथ निकाह करके हलाला कराने का दबाव बनाने लगे। उसने विरोध किया तो मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए और दुष्कर्म की कोशिश की। शोर मचाने पर आरोपित मौके से भाग गए। मामले में एसएसपी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। थानाध्यक्ष अजयवीर सिंह ने बताया कि एसएसपी के आदेश मिलते ही पीडि़ता की तहरीर पर ससुर समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखकर विवेचना की जा रही है। इस दौरान जो सच्चाई सामने आएगी, उसी के मुताबिक आगे की कार्रïवाई होगी।
जिक्रा को तेजाब से चेहरा बिगाडऩे की मिली धमकी
सम्भलः तीन तलाक और हलाला पीडि़त जिक्रा को तेजाब से चेहरा बिगाडऩे और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके चलते उन्होंने घर से निकलना बंद कर दिया है। बच्चे की तबीयत खराब हो जाने पर वह दवाई लेने के लिए भी घर से नहीं निकलीं। उनका कहना है कि ससुराल पक्ष के लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं और पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है। अब सु्प्रीम कोर्ट से ही न्याय मिलने की आस है।
संभल के थाना नखासा क्षेत्र के मुहल्ला तुर्तीपुर इल्हा निवासी जिक्रा का पांच साल पहले पड़ोस के ही मुहल्ला हिंदुपुरा खेड़ा निवासी दाऊद से निकाह हुआ था। कुछ दिन पहले जिक्रा को तलाक देकर घर से निकाल दिया गया। बाद में समझौता हुआ तो उनका देवर और ननदोई के साथ हलाला कराया गया। इसके बाद भी उनका पति नहीं माना। जिक्रा को फिर तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। इसके बाद वह मायके में आकर रहने लगीं। उनके दो बच्चे हैं। अब उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आवाज उठा रही समीना की मदद ली है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद उसके ससुराल पक्ष के लोग डरे हुए हैं। उन्हें लगातार तेजाब फेंकने की धमकी दी जा रही है। पुलिस से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उधर समीना का कहना है कि उसके पति को सजा दिलाने के लिए जितना भी संघर्ष करना पड़े वह करेंगी।