गोंडा: NIA की टीम ने मौलाना के घर तलाशे टेरर फंडिंग के तार
एनआइए व एटीएस ने छह घंटे तक मौलाना से की पूछताछ, अभिलेख लेकर वापस हुई टीम। गोंडा के एक मदरसे में पढ़ाते हैं मौलाना, अरबी भाषा के भी हैं जानकार।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) व उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की संयुक्त टीम ने टेरर फंडिंग के मामले में बुधवार को देशभर में आठ स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान गोंडा में एक मौलाना के घर भी करीब छह घंटे तक छानबीन की। टीम को कुछ अहम सुराग व दस्तावेज मिले हैं, जिन्हें कब्जे में लिया गया है। मौलाना के सोशल मीडिया अकाउंट व मोबाइल की भी गहनता से जांच की जा रही है।
एनआइए ने टेरर फंडिंग के मामले में सोमवार को राजस्थान से मुहम्मद हुसैन मोलानी उर्फ बबलू को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ में सामने आये तथ्यों के आधार पर बुधवार को राजस्थान, दिल्ली, गुजरात व केरला के अलावा गोंडा में संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। मामला लौहार, पाकिस्तान बेस्ड फर्म फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन में देश के कई हिस्सों से की गई फंडिंग से जुड़ा है। इस फाउंडेशन के तार लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताये जा रहे हैं।
एनआइए व एटीएस की10 सदस्यीय संयुक्त टीम ने बुधवार तड़के गोंडा जिले के मेवातियान निवासी मौलाना के घर पहुंची और छानबीन शुरू की। टेरर फंडिंग से जुड़े लोगों के तार मौलाना से जुड़े होने की आशंका है, जिसे लेकर छानबीन की जा रही है। टीम ने मौलाना के घर की तलाशी भी ली। करीब छह घंटे की पड़ताल के दौरान टीम को कुछ अहम दस्तावेज, लैपटॉप, वीडियो कैमरा आदि सामान मिला। मौलाना के बैंक खातों की भी जांच की गई। मौलाना शहर के एक मदरसे में पढ़ाते हैं। वह अरबी, उर्दू, ङ्क्षहदी व अंग्रेजी भाषा के अच्छे जानकार हैं।