सहारनपुर में प्रवासी श्रमिक की भूख से मौत पर एनएचआरसी ने यूपी सरकार को भेजा नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रवासी श्रमिक की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मौत के मामले में यूपी सरकार को नोटिस भेजा है।
लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन में लुधियाना से पैदल लौट रहे युवक की सहारनपुर में मौत के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिक आयोग (एनएचआरसी) ने बेहद गंभीरता से लिया है और मुख्य सचिव को नोटिस देकर चार सप्ताह में घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने दूसरे राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को सुरक्षित उनके घरों तक वापस पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से किए गए इंतजामों का ब्योरा भी मांगा है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रवासी श्रमिक की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मौत के मामले में यूपी सरकार को नोटिस भेजा है। नोटिस में मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा गया है कि प्रवासी मजदूर 19 वर्षीय विपिन कुमार लॉकडाउन के बीच पंजाब के लुधियाना से पैदल ही निकला था और छह दिनों में उसने लगभग 350 किलोमीटर की दूरी तय की थी। वह हरदोई अपने घर जा रहा था। इस दौरान उसके पास खाने को कुछ नहीं रहा और भूख से उसकी मौत हो गई। इस घटना को संज्ञान लेते हुए एनएचआरसी ने यूपी के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है।
एनएचआरसी ने हरदोई के सुरसा निवासी 19 वर्षीय कामगार विपिन कुमार की सहारनपुर में भूख से हुई मौत के मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। नोटिस के अनुसार विपिन ने 12 मई को अपने घर में सूचना दी थी कि वह वापस आ रहा है। विपिन लुधियाना में एक दुकान में काम करता था। उसने लुधियाना से सहारनपुर का करीब 350 किमी का सफर पैदल तय किया था। इस दौरान उसकी सहारनपुर में तबीयत बिगड़ गई थी और वह सड़क पर ही अचेत होकर गिर गया था। उसे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। युवक की मौत भूख से होने की बात सामने आई थी। एनएचआरसी ने वापसी कर रहे प्रवासी कामगारों के लिए की जा रही व्यवस्था के दावों को लेकर भी सवाल उठाया है।