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गठबंधन को लेकर दबाव में कांग्रेस, जिलाध्यक्षों से बात के बाद ही होगा फैसला

सपा व बसपा पर दबाव बनाने के लिए ही प्रभारी महामंत्री गुलाम नबी आजाद गत दिनों बाराबंकी में अपने दम पर चुनाव में उतरने का संकेत भी दे चुके है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 09:40 AM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 09:40 AM (IST)
गठबंधन को लेकर दबाव में कांग्रेस, जिलाध्यक्षों से बात के बाद ही होगा फैसला
गठबंधन को लेकर दबाव में कांग्रेस, जिलाध्यक्षों से बात के बाद ही होगा फैसला

लखनऊ (जेएनएन)। गत विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन में किरकरी होने और अब सपा और बसपा द्वारा कम सीटें देने के लिए बनाए जा रहे दबाव से कांग्रेस में बेचैनी है। इस बारे में 19 सितंबर को प्रोजेक्ट शक्ति के लांचिंग कार्यक्रम में चर्चा संभव है। गठबंधन की सुगबुगाहट के बीच जिला-शहर अध्यक्षों की बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।

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सपा व बसपा पर दबाव बनाने के लिए ही प्रभारी महामंत्री गुलाम नबी आजाद गत दिनों बाराबंकी में अपने दम पर चुनाव में उतरने का संकेत भी दे चुके है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को कम सीटों पर ही समेटने के लिए बने दबाव से कार्यकर्ताओं में बेचैनी है। एक बड़े वर्ग का कहना है कि गठबंधन में सम्मानजनक सीटें लेना कांग्रेस को अपना अस्तित्व बचाने को बहुत जरूरी है।

एक पूर्व विधायक का कहना है कि वर्ष 2014 का चुनाव विशेष स्थिति में लड़ा गया था, इसलिए अप्रत्याशित परिणाम आए लेकिन अब हालात उलट हैं और जनता कांग्रेस की ओर देख रही है। उन्होंने वर्ष 2009 लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए बताया कि तब अकेले चुनाव लडऩे पर कांग्रेस को 18.25 प्रतिशत वोट मिले और 21 सांसद विजयी हुए और तब प्रदेश में सत्तासीन बसपा को 27 फीसद मत हासिल हुए व 20 सांसद जीते थे। सपा के 23 सांसद जीतकर दिल्ली पहुंचे थे। उनका तर्क है कि कांग्रेस को वर्ष 2009 के नतीजों को आधार मान कर सीट आवंटन हो तब ही गठबंधन में बात आगे बढ़ाई जाए।

प्रोजेक्ट शक्ति कल लांच होगा

कांग्रेस संगठन में सक्रियता बढ़ाने के लिए राहुल गांधी द्वारा गत दिनों लांच किए गए प्रोजेक्ट शक्ति को विभिन्न राज्यों में चरणबद्ध तरीके से आरंभ किया जा रहा है। प्रदेश प्रवक्ता सैफ अली नकवी ने बताया 19 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर प्रोजेक्ट शक्ति को लांच करेंगे। प्रोजेक्ट शक्ति के अंतर्गत जोड़े जाने वाले वर्कर का वोटर कार्ड नंबर प्रदेश के लिए नियत किये गए मोबाइल नंबर पर एसएमएस द्वारा भेजा जाएगा। इससे नेतृत्व को बूथ लेवल तक कार्यकर्ता की जानकारी प्राप्त होगी। इससे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व में सीधे संवाद स्थापित होगा।

अनुसूचित जाति विभाग की बैठक 20 को

प्रदेश अनुसूचित विभाग के पदाधिकारियों व जिला-अध्यक्षों की बैठक 20 सितंबर को होगी, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन रावत समेत कई प्रमुख नेता शामिल होंगे।


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