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कोरोना से सबक लेकर यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं को दी नई संजीवनी, मजबूत किया गया इंफ्रास्ट्रक्चर

कोरोना वायरस की आपदा से सबक लेकर उत्तर प्रदेश में आगे किसी भी तरह के संक्रामक रोग से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़ा इजाफा किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 02:01 PM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 02:04 PM (IST)
कोरोना से सबक लेकर यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं को दी नई संजीवनी, मजबूत किया गया इंफ्रास्ट्रक्चर
कोरोना से सबक लेकर यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं को दी नई संजीवनी, मजबूत किया गया इंफ्रास्ट्रक्चर

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना महामारी से सबक लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को नई संजीवनी दी। जांच की सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया गया। पूल टेस्टिंग करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना। अब हर दिन करीब साढ़े चार हजार तक नमूने जांचे जा रहे हैं। इलाज के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई। कोविड-19 के लेवल वन से लेकर लेवल थ्री तक के अस्पताल प्रदेश भर में तैयार किए गए। संदिग्ध मरीजों के इलाज से लेकर गंभीर मरीजों के इलाज तक की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई है। 

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कोरोना वायरस की आपदा से सबक लेकर उत्तर प्रदेश में आगे किसी भी तरह के संक्रामक रोग से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में बड़ा इजाफा किया गया है। सबसे पहले जांच की सुविधाओं को बढ़ाया गया। पहले जांच सिर्फ एक- दो लैब तक सीमित थी अब करीब 17 लैब में कोरोना वायरस की जांच हो रही है। 15 नई लैब के लिए 67 करोड़ रुपये दिए गए हैं। ऐसे जिले जहां मेडिकल कॉलेज नहीं हैं वहां मंडल अस्पताल में लैब खोली जाएगी। पूल टेस्टिंग से जांच को गति मिली है। वहीं दो कोबास मशीन और 15 आटोमैटेड आरएनए एक्सट्रेक्शन मशीनें आइसीएमआर से मांगी गई है। इसके बाद हर दिन 6500 से अधिक जांचे हो सकेंगी। अब तक करीब 72 हजार से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है।

इलाज की त्रिस्तरीय व्यवस्था के तहत प्रत्येक जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में लेवल वन के अस्पताल बनाए गए हैं। पूरे प्रदेश में अब तक 78 लेवल वन के अस्पताल बनाए गए हैं। वहीं गंभीर रोगियों के इलाज के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज, निजी मेडिकल कॉलेज व प्राइवेट अस्पतालों में 70 लेवल टू के अस्पताल बनाए गए हैं। जबकि अति गंभीर मरीजों के इलाज के लिए छह विशिष्ट चिकित्सा संस्थानों में लेवल थ्री के अस्पताल बनाए गए हैं। अभी तक 931 वेंटिलेटर युक्त बेड की व्यवस्था है। दो सौ वेंटिलेटर जल्द बढ़ेंगे।

आइसोलेशन व क्वारंटाइन बेड में दोगुने से अधिक इजाफा

यूपी में अभी 9442 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था है। करीब दस हजार आइसोलेशन बेड और बढ़ाए जाएंगे। वहीं 16869 क्वारंटाइन बेड की व्यवस्था की गई है। अभी प्रदेश सरकार हर जिले में 25 हजार क्वारंटाइन बेड की व्यवस्था करने में जुटी हुई है।

यूपी पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि सूबे में कोरोना वायरस के संक्रमण से सबक लेकर आगे किसी भी तरह के संक्रामक रोग से निपटने के लिए स्थाई इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। यूपी ने काफी तेजी से इलाज व जांच की सुविधाओं में इजाफा किया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि यूपी पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य है। हमने कोरोना वायरस के जांच की सुविधाएं तेजी से बढ़ाई हैं, आगे 6500 नमूने प्रतिदिन जांचे जा सकेंगे। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं।


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