Shri Ram janmabhoomi: रामलला के गर्भगृह में हनुमानजी की नई प्रतिमा स्थापित
Shri Ram janmabhoomi खंडित मूर्ति को सरयू में विसर्जित किया गया नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा।
अयोध्या, जेएनएन। Shri Ram janmabhoomi: रामलला के गर्भगृह में विराजमान हनुमानजी की खंडित प्रतिमा श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों की देख-रेख में सरयू नदी में विसर्जित कर दी गई। साथ ही वैकल्पिक गर्भगृह में नई मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई है। पिछले कई वर्षों से खंडित हनुमान जी की मूर्ति सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की वजह से बदली नहीं जा सकी थी।
वर्ष 1992 में अयोध्या विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन आई और उसके बाद रामलला के परिसर के समस्त फैसले सुप्रीम कोर्ट के अधीन थे, जिसमें किसी तरीके का कोई बदलाव संभव नहीं था। रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्रदास के मुताबिक एक फीट की हनुमान जी की मूर्ति काफी दिनों से खंडित थी। हालांकि खंडित मूर्ति की पूजा-अर्चना हो रही थी।
गत 25 मार्च को रामलला को बुलेट प्रूफ वैकल्पिक गर्भगृह में शिफ्ट करने के दौरान पुजारियों ने इसकी सूचना श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों को दी थी। इसके बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने हनुमान की खंडित प्रतिमा को सरयू नदी में विसर्जित करते हुए दूसरी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा रामलला के गर्भगृह में कराने का फैसला किया था।
मूल गर्भगृह पर बना अस्थायी ढांचा हटाया गया
रामलला के मूल गर्भगृह पर बना अस्थायी ढांचा हटा दिया गया है। 25 मार्च के पूर्व रामलला इसी अस्थायी ढांचे में विराजमान थे। कयास लगाया जा रहा है कि लॉकडाउन खुलने के साथ ही रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होगा।