बीडीएस की 732 सीटों के लिए नीट यूजी काउंसिलिंग फिर शुरू, ऑनलाइन पंजीकरण 11 तक
राजकीय मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में तो प्रवेश के लिए हर साल मारामारी रहती है। निजी मेडिकल कॉलेजों में भी एमबीबीएस की सीटें शुरुआती चरणों में ही भर जाती हैैं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में निजी क्षेत्र की बची डेंटल सीटों के लिए नीट यूजी काउंसिलिंग का एक और राउंड शुक्रवार से शुरू हो गया। द्वितीय मॉपअप राउंड में अभ्यर्थियों के सामने कुल 732 सीटें मौजूद हैैं। इन सीटों पर प्रवेश के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने काउंसिलिंग कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसके तहत 13 सितंबर तक प्रवेश लिए जाने हैैं।
राजकीय मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में तो प्रवेश के लिए हर साल मारामारी रहती है। निजी मेडिकल कॉलेजों में भी एमबीबीएस की सीटें शुरुआती चरणों में ही भर जाती हैैं। दूसरी तरफ निजी डेंटल कॉलेजों में इससे उलट तस्वीर रहती है। पिछले वर्षों में भी निजी क्षेत्र की औसतन चार-पांच सौ डेंटल सीटें खाली रही हैैं। इस बार भी वही स्थिति बन गई थी। नीट यूजी काउंसिलिंग के दो मुख्य राउंड होने के बाद निजी बीडीएस की 944 सीटें बची थीं। चिकित्सा शिक्षा विभाग को मॉपअप राउंड के जरिए इनमें से अधिकांश सीटें भरने की उम्मीद थी लेकिन, इस अंतिम राउंड में भी 944 में से केवल 212 सीटें ही भर सकीं।
मॉपअप राउंड के बाद भी निजी क्षेत्र की कुल 2200 डेंटल सीटों में 1468 पर ही प्रवेश हुए, जबकि 732 सीटें खाली रह गईं। अब इन सीटों पर प्रवेश के लिए द्वितीय मॉपअप राउंड के जरिए एक और प्रयास किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. केके गुप्ता ने बताया कि द्वितीय मॉपअप राउंड के लिए शुक्रवार से शुरू हुआ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 सितंबर तक चलेगा। 11 तारीख को ही मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी, जबकि 12 व 13 सितंबर को सीट आवंटन के साथ प्रवेश प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। द्वितीय मॉपअप राउंड केजीएमयू के कलाम सेंटर में होगा। काउंसिलिंग के लिए एक हजार रुपये पंजीकरण शुल्क होगा, जबकि सिक्योरिटी के तौर पर अभ्यर्थियों को एक लाख रुपये जमा करने होंगे।