एनडी तिवारी को भी बंगला खाली करने में दिक्कत, पत्नी ने एक साल का समय मांगा
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के बाद नारायण दत्त तिवारी के परिवारीजन भी सरकारी बंगला तत्काल खाली करने को राजी नहीं हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के बाद नारायण दत्त तिवारी के परिवारीजन भी सरकारी बंगला तत्काल खाली करने को राजी नहीं हैं। आवंटित सरकारी आवास को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 15 दिन में खाली करने का नोटिस मिलने के बाद भी अतिरिक्त समय मांगने की होड़ लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की पत्नी डॉ. उज्जवला तिवारी ने गुरुवार को राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र भेजकर आवास खाली करने के लिए कम से कम एक वर्ष का समय मांगा है।
अब उज्जवला एनडी तिवारी का पत्र
उज्जवला ने अपने पत्र में एनडी तिवारी की गंभीर बीमारी का हवाला देते हुए कहा है कि ब्रेन स्ट्रोक के कारण तिवारी जी दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं और जीवन के अंतिम चरण में हैं। यह नहीं कहा जा सकता, कब क्या हो जाए। पूर्व मुख्यमंत्रियों में केवल वह एकमात्र स्वतंत्रता सेनानी हैं। उन्होंने देश की सेवा निस्वार्थ भाव से की, जिसका प्रमाण है कि उनके पास अपना कोई भी आवास नहीं है। इसी आवास में उनके द्वारा स्थापित पंडित नारायण दत्त सर्वजन विकास फाउंडेशन का कार्यालय भी है। डॉ. उज्जवला ने कहा है कि पिछले करीब आठ माह से नारायण दत्त तिवारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मैं खुद भी स्वस्थ्य नहीं हूं। ऐसे में मेरे पुत्र रोहित शेखर तिवारी पर हम दोनों की देखभाल का दायित्व है। ऐसी विकट परिस्थितियों में रोहित का लंबे समय तक दिल्ली से अनुपस्थित रहना संभव नहीं हो पाएगा। उपरोक्त हालात को ध्यान में रख कर आवंटित आवास 1-ए माल एवेन्यू को खाली करने के लिए कम से कम एक वर्ष का समय दिया जाए। वहीं, राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ल का कहना है कि आवास को खाली कराने का कार्य सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर किया जा रहा है। ऐसे में अतिरिक्त समय देने का कोई औचित्य नहीं बनता। फिर भी इस बारे में न्याय विभाग से विधिक राय ली जा रही है।
अमेरिका के राजदूत रात्रिभोज पर आएंगे
पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी की पत्नी के नाम से आवंटित गौतम पल्ली स्थित आवास को खाली कराने की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी नहीं हो सकी। रिजवी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में 20 जून तक आवास खाली करने में असमर्थता जताते हुए अतिरिक्त समय मांगा है। उनका कहना है कि 20 जून को उनके आवास पर अमेरिका के राजदूत रात्रिभोज में शामिल होंगे। ऐसे में वह बंगला खाली करने में असमर्थ हैं। राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश शुक्ला का कहना है कि इस बारे में जल्द ही फैसला होगा। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने बंगलों को खाली करना आरंभ कर दिया है लेकिन समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह और उनके पुत्र अखिलेश यादव ने दो वर्ष समय मांगा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने 13-ए बंगले पर कांशीरामजी यादगार स्थल का बोर्ड लगाकर मामले को उलझा दिया है।