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उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहादुर नाजिया को बनाया विशेष पुलिस अधिकारी

आगरा में बच्ची के अपहरण की कोशिश को नाकाम कर अपराधियों को भागने पर मजबूर करने वाली आगरा की नाजिया खान को उत्तर प्रदेश पुलिस ने विशेष पुलिस अधिकारी (एपीओ) बनाया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 29 Mar 2018 10:57 AM (IST)Updated: Thu, 29 Mar 2018 11:26 AM (IST)
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहादुर नाजिया को बनाया विशेष पुलिस अधिकारी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बहादुर नाजिया को बनाया विशेष पुलिस अधिकारी

लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया ओपी सिंह ने आगरा की नाजिया को उसकी बहादुरी का विशिष्ट तोहफा दिया है। प्रदेश पुलिस ने नाजिया खां को विशेष पुलिस अधिकारी(SPO) बनाया है। नाजिया अब आगरा पुलिस की विशेष पुलिस अधिकारी होंगी। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने नाजिया खां को सम्मान दिया।

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आगरा में बच्ची के अपहरण की कोशिश को नाकाम कर अपराधियों को भागने पर मजबूर करने वाली आगरा की नाजिया खान को उत्तर प्रदेश पुलिस ने विशेष पुलिस अधिकारी (एपीओ) बनाया है। नाजिया को आगरा पुलिस ने विशेष पुलिस अधिकारी बनाया है। नाजिया को इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार दिया प्रदान किया था। आगरा में 7 अगस्त, 2015 को एक अपहरण की घटना में शामिल अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने वाली नाजिया खां वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाली उत्तर प्रदेश की एकमात्र बालिका थीं।

गौरतलब है कि आगरा में सात अगस्त, 2015 को नाजिया खां स्कूल से वापस आ रही थीं। इसी बीच दिन के करीब 12.30 बजे छह वर्ष की एक बच्ची को दो बाइक सवार अपहरण करके ले जाने लगे। उसको बाइक पर बैठा रहे थे। इस दौरान वहां पर बहुत लोग मौजूद ïथे, लेकिन किसी ने इस मामले की ओर ध्यान नहीं दिया। सब अपने में व्यस्त रहे, लेकिन जांबाज नाजिया खां ने अपना बैग फेंका और बाइक के पास पहुंच गई। उस समय तक हेल्मेट लगाए अपहरणकर्ताओं ने तब तक बच्ची को बाइक पर बैठा लिया था।

इसी बीच नाजिया ने बच्ची के फ्रॉक को पकड़ लिया और उसे अपनी ओर खींचा। नाजिया के इस प्रयास से बाइक सवार दोनों बदमाश गिर पड़े। इस दौरान बदमाशों ने नाजिया खां पर हमला भी किया, लेकिन उसने अपनी जान की परवाह किए बगैर बच्ची को नहीं छोड़ा। नाजिया को बदमाशों ने भिड़ता देख कुछ अन्य लोग मदद के लिए दौड़े जिससे बदमाशों के हौसले पस्त हुए और मौका देख बदमाश भाग निकले। इस घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने दोनों बदमाशों को पकड़ा।

इस घटना की आगरा ही नहीं पूरे प्रदेश में चर्चा हुई. तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उसे रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड से सम्मानित किया था। इसके बाद दिल्ली में उसे अभिनेता अक्षय कुमार ने भी बहादुरी के लिए सम्मानित किया था।


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