Ayodhya Case: अहमदाबाद से आए नवीन भाई ने कहा, राजनीतिक बदले की भावना से फंसाया गया
नवीन भाई शुक्ल अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में नवीन भाई ने दर्ज कराया बयान सभी आरोपों को नकारा।
लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में विशेष अदालत के समक्ष आरोपित नवीन भाई शुक्ल ने शुक्रवार को अपना बयान दर्ज कराया। इसमें उन्होंने कहा कि राजनीतिक बदले की भावना से उन्हें फंसाया गया है। विशेष न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव की अदालत ने अन्य आरोपितों का बयान दर्ज कराने के लिए 20 जून की तिथि नियत की है।
विशेष अदालत के समक्ष अहमदाबाद के नवीन भाई शुक्ल अपने अधिवक्ता केके मिश्र के साथ उपस्थित हुए। अपने बयान में उन्होंने सभी आरोपों को नकारते हुए खुद को झूठा फंसाने की बात कही। कहा कि अन्य आरोपितों की भांति उन्हें भी राजनीतिक बदले की भावना से ग्रसित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार के इशारे पर फंसाया गया था। उन्होंने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अदालत ने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए भी कहा। अन्य आरोपित नहीं हुआ पेश शुक्रवार को अदालत के समक्ष आरोपित नवीन भाई शुक्ल के अतिरिक्त अन्य कोई भी आरोपित उपस्थित नहीं हुआ। वहीं, अन्य आरोपितों की ओर से वकीलों द्वारा हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है। विशेष अदालत के समक्ष अभियोजन की ओर से सीबीआइ के विशेष अधिवक्ता ललित कुमार सिंह, पूर्णेंदु चक्रवर्ती और आरके यादव उपस्थित थे।
रामचंद्र खत्री का जेल से ऑनलाइन दर्ज होगा बयान
विशेष अदालत के 15 जून के आदेश के अनुपालन में 20 जून 2020 को शाम चार बजे हरियाणा की सोनीपत जेल में बंद आरोपित रामचंद्र खत्री का बयान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दर्ज (रिकॉर्ड) किया जाएगा। 15 जून अधिवक्ता ने अदालत को सूचित किया था कि रामचंद्र खत्री हत्या के प्रयास के एक मामले में 11 अप्रैल 2018 से सोनीपत हरियाणा की जेल में बंद हैं। इस पर अदालत ने जेल अधीक्षक सोनीपत एवं जिला न्यायाधीश सोनीपत को पत्र लिखकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बयान दर्ज कराए जाने को कहा था। इस पर 20 जून को शाम चार बजे का समय निश्चित हुआ है।