प्रतिष्ठित संस्थानों की नेशनल रैंकिंग में PGI चौथे स्थान पर, केजीएमयू- RLMU फिसले
देश के प्रतिष्ठित संस्थानों की नेशनल रैंकिंग लिस्ट जारी चिकित्सा विवि पांच पायदान फिसलकर दसवें स्थान पर पहुंचा।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रपति ने देश के प्रतिष्ठित संस्थानों की नेशनल रैंकिंग लिस्ट जारी की है। इसमें मेडिकल इंस्टीट्यूट की रैंकिंग में एसजीपीजीआइ ने चौथे स्थान पर कब्जा जमाया। वहीं, केजीएमयू को पांच पायदानों का झटका लगा है।
एसजीपीजीआइ ने पहली बार नेशनल इंस्टीट्यूट रैकिंग फ्रेम वर्क में भाग लिया। इसमें संस्थान ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रलय की मेडिकल इंस्टीट्यूशन की रैंकिंग में देश में चौथा स्थान हासिल किया है। सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की। वहीं, केजीएमयू को रैंकिंग में वर्ष 2019 की रैंकिंग के मुकाबले भारी नुकसान उठाना पड़ा। यहां के प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार के मुताबिक केजीएमयू को इस बार 10वीं रैंक मिली है। केजीएमयू पांच पायदान नीचे खिसक गया है।
इन आधारों पर हुआ आकलन : संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर, रिसर्च प्रोजेक्ट, नेशनल, इंटरनेशनल जनरल प्रकाशन, लैब्स, लाइब्रेरी, प्लेसमेंट परफार्मेस, पेशेंट केयर, इलाज का स्टैंडर्ड, क्लास रूम, शिक्षा की गुणवत्ता, विभागों में हो रहे विभिन्न कार्य आदि।
विभागों पर ताले से लुढ़की केजीएमयू की रैंकिंग
देश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में जहां सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है, नए विभागों की स्थापना के साथ-साथ पाठ्यक्रम को हरी झंडी दी जा रही है, वहीं केजीएमयू में कई विभाग बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में यहां विशिष्ट कोर्सो के साथ-साथ इलाज की गुणवत्ता को भी झटका लगा। विशेषज्ञ, रैकिंग में संस्थान के पिछड़ने का प्रमुख कारण मान रहे हैं। वर्ष 2016 में केजीएमयू में 80 से अधिक विभाग थे। इनमें से कई विभागों को जहां पदों समेत शासन ने मंजूरी दी। वहीं, कुछ को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) के आधार पर संस्थान ने खोलने की पहल की थी।
पद मंजूर, विभाग गायब
16 अप्रैल 2015 को सरकार ने नौ विभागों को मंजूरी दी। इनके लिए एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर, एक असिस्टेंट प्रोफेसर व तीन सीनियर रेजीडेंट के पद स्वीकृत किए। इनमें से वर्ष 2016 के बाद वस्कुलर सर्जरी विभाग, थोरेसिक सर्जरी विभाग का सीवीटीएस में विलय कर दिया गया। वहीं, नेफ्रोलॉजी विभाग के वार्डो में ताला लग गया है। इसके अलावा कैंसर मरीजों की भरमार, मेडिकल आंकोलॉजी व न्यूक्लियर विभाग पद सृजित होने के बावजूद शुरू नहीं हो सके।
आइआइएम का ओहदा बरकरार
रैंकिंग में राजधानी के भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) का ओहदा इस बार भी कायम है। आइआइएम एल ने पिछले वर्ष की तरह इस बार भी देश के टॉप प्रबंधन संस्थानों में चौथे स्थान पर कब्जा बरकरार रखा। संस्थान से जुड़े लोग इसे हर लिहाज से बेहतर मान रहे हैं। आइआइएम लखनऊ के प्रवक्ता प्रो पुष्पेंद्र का कहना है कि जब से एनआइआरएफ शुरू हुआ है तब से संस्थान लगातार चौथे स्थान पर कायम है।
8वीं से 14वीं रैंक पर पहुंची आरएमएलयू
रैंकिंग में शहर की आशियाना कॉलोनी स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ विवि को भी जोर का झटका लगा है। पिछले कई वर्षो में 6वीं, 8वीं रैंक के बीच रहने वाले विश्वविद्यालय को विधि संस्थानों की रैंकिंग में इस बार 14वीं रैंक हासिल हुई है। इसे किसी लिहाज से बेहतर नहीं कहा जा सकता।
उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग में आइआइटी मद्रास अव्वल
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों को लेकर सोमवार को जारी राष्ट्रीय रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मद्रास पहले स्थान पर है। भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु और आइआइटी दिल्ली को क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय इस सूची में क्रमश: सातवें और 10वें स्थान पर हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क 2019 पर आधारित रैंकिंग की घोषणा सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की।
कॉलेजों में मिरांडा हाउस अव्वल
देश भर के कॉलेजों में दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस को इस सूची में सर्वश्रेष्ठ है। दिल्ली विश्वविद्यालय से ही संबद्ध हिंदू कॉलेज को दूसरा और चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज को तीसरा स्थान मिला है। दिल्ली का सेंट स्टीफंस कॉलेज चौथे और श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स को सातवां स्थान मिला है।
एम्स सबसे अच्छा मेडिकल कॉलेज: फार्मेसी के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के तौर पर जामिया हमदर्द को पहला स्थान मिला है। सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेजों में दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) को पहला स्थान मिला है। सर्वश्रेष्ठ लॉ स्कूल के तौर पर बेंगलुरु स्थित नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया है। विश्वविद्यालय श्रेणी में आइआइएससी बेंगलुरु को पहला स्थान मिला है।
10 संस्थानों में से आठ पर आइआइटी काबिज
इंजीनियरिंग संस्थानों में शीर्ष 10 में से आठ पर आइआइटी का दबदबा है। आइआइटी मद्रास सबसे ऊपर है। इसके बाद आइआइटी दिल्ली और आइआइटी मुंबई का नंबर आता है। चेन्नई स्थित अन्ना विश्वविद्यालय और तिरुचिरापल्ली स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान को रैंकिंग में क्रमश: नौवें और दसवें स्थान पर रखा गया है। वहीं प्रबंध संस्थानों में आइआइएम बेंगलुरु इस सूची में शीर्ष पर है।