Malnutrition In UP: कुपोषण से लड़ने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह आज से, बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिया जाएगा पुष्टाहार
Malnutrition In UP बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग आज से प्रदेश में कुपोषण के खिलाफ अभियान शुरु करेगा। इस दौरान कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। वहीं मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार दिए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Fight Against Malnutrition कुपोषण से लड़ने के लिए गुरुवार एक सितंबर से राष्ट्रीय पोषण माह शुरू होने जा रहा है। इस दौरान पूरे माह प्रदेश भर में कई आयोजन होंगे। पोषण माह के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर पोषक तत्व देने वाले फल व सब्जी के पौधे लगाकर पोषण वाटिका विकसित की जाएंगी। साथ ही पूरे प्रदेश में कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चे चिह्नित किए जाएंगे।
बच्चों, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं होगा फोकस
- बाल विकास एवं पुष्टाहार की सचिव अनामिका सिंह की ओर से जारी आदेश के तहत पोषण माह पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा। इस अभियान के दौरान सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और ग्राम पंचायत की अतिरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका विकसित करने के लिए पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा।
- इसमें ग्राम्य विकास, उद्यान व पंचायती राज विभाग का सहयोग लिया जाएगा। बच्चों, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं को लक्षित करते हुए योग सत्र आयोजित किए जाएंगे। पोषण संबंधी प्रचार-प्रसार के साथ ही न्यूट्रीशन किट व अनुपूरक पुष्टाहार बांटा जाएगा।
- आखिरी सप्ताह में कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को चिह्नित करने के साथ ही उन्हें पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ वितरित किया जाएगा। पोषण माह में कई विभागों से सामंजस्य स्थापित किया जाएगा।
- स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा। इसमें स्वस्थ बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
- स्कूल केंद्रित गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। स्कूलों में पोषण मेले का आयोजन किया जाएगा। निबंध प्रतियोगिता व खिलौनों के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। रेसिपी प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया जाएगा।
- ग्राम स्तर पर पोषण रैली, जल संरक्षण गतिविधियां आदि का आयोजन किया जाएगा। सरकार की कोशिश है कि कुपोषण के खिलाफ जन आंदोलन चलाकर वार किया जाए।
बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिया जाए पुष्टाहार : दुर्गा शंकर मिश्र
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को घरेलू इस्तेमाल के लिए पौष्टिक अनुपूरक पुष्टाहार मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम मानदंड बनाने एवं उन पर अमल करने की जरूरत है।
पोषण वाटिकाएं बनाने के लिए आम जनमानस में जागरूकता लाई जाए। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के प्रस्तुतीकरण देखने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित किए गए किचेन गार्डेन के माडल को आम जन तक पहुंचाने की जरूरत है। इससे लोगों को घर पर ही आसानी से ताजी और पौष्टिक सब्जियां मिल सकती हैं। उन्होंने कहा कि जहां-जहां आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जा रहे हैं वहां पर बेहतर तकनीक के साथ कार्य पूर्ण किया जाए।
सचिव अनामिका सिंह ने बताया कि प्रदेश के 43 जिलों में 204 टेक होम राशन यूनिट की स्थापना संबंधी कार्ययोजना उपलब्ध करा दी गई है। शेष 32 जिलों की कार्ययोजना आनी है। मुख्य सचिव ने कहा कि शेष जिलों से भी समन्वय कर कार्ययोजना शीघ्र प्राप्त करें।