Move to Jagran APP

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट तय करेगी टेनरियों का भविष्य

गंगा को दूषित करने वाली कानपुर-उन्नाव की टेनरियों की जांच करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीमों ने शहर में डेरा डाल दिया है। गुरुवार को यहां पहुंची टीमों ने आज 20 टेनरियों की जांच की। एक-एक टेनरी के उत्प्रवाह का नमूना लिया और इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फ्लो मीटर की

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2015 08:40 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2015 08:42 PM (IST)
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट तय करेगी टेनरियों का भविष्य

लखनऊ। गंगा को दूषित करने वाली कानपुर-उन्नाव की टेनरियों की जांच करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीमों ने शहर में डेरा डाल दिया है। गुरुवार को यहां पहुंची टीमों ने आज 20 टेनरियों की जांच की। एक-एक टेनरी के उत्प्रवाह का नमूना लिया और इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फ्लो मीटर की जांच की। अब टीम की रिपोर्ट ही टेनरियों का भाग्य तय करेगी।

prime article banner

एनजीटी द्वारा गठित आधा दर्जन टीमों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के दो-दो अधिकारियों को शामिल किया गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रणअधिकारी टीयू खान ने बताया कि एनजीटी की टीमें 25 जून तक शहर में रहकर 147 टेनरियों की जांच करेंगी। जांच में जो भी निकलकर सामने आएगा, उसे टीम रिपोर्ट बनाकर एनजीटी के समक्ष पेश करेगी।

98 टेनरियों की कटी थी बिजली

गंगा प्रदूषित फैलाने के आरोप में ट्रिब्यूनल के आदेश पर जाजमऊ की 98 टेनरियों की बिजली काट दी गई थी। एनजीटी में सुनवाई के बाद यह तय हुआ कि टेनरियों की बिजली जोड़कर निकले सीवेज की जांच होगी। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। इसके लिए छह जून से 22 जून तक की मियाद दी गई है, जिसमें यह टेनरियां चालू रहेंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.