Lucknow News: राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान हम सबकी जिम्मेदारी, इन जगहों पर जमा कर सकते हैं तिरंगा
Lucknow News ध्वज को ससम्मान किस तरह रखा जाए इस बारे में बहुत से लोगों को जानकारी नहीं है। कई लोग ध्वज को उतारने के बाद इधर उधर फेंक देते हैं। इसी बात का ध्यान में रखते हुए सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों ने ध्वज संग्रह अभियान शुरू किया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत घर-घर तिरंगा अभियान के बाद अब राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान बरकरार रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। यह सब तभी होगा जब तिरंगे को पूरे सम्मान से सहेज कर रखें। इसके लिए शहर के सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों ने इसकी जिम्मेदारी भी ली है।
इंडियन आयल के कार्यकारी निदेशक संजीव कक्कड़ के मुताबिक ध्वज संहिता के अनुसार किसी भी स्थिति में क्षतिग्रस्त या फटे हुए झंडे के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जा सकती है और इसे फेंकना या इसका अनादरपूर्वक निपटान नहीं किया जाना चाहिए। इस तरह के महा अभियान के सबसे बड़ी समस्या राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान सहित रखने की है।
16 से 19 अगस्त के बीच लखनऊ के सात पेट्रोल पंपों कोको गाेमतीनगर, मिश्रा आटोमोबाइल आलमबाग, इंदिरा आटोमोबाइल आशियाना, जुगल आटोमोबाइल आलमबाग, कोको डालीगंज पुल, कृष्णा पार्वती एपीआई अंसल, कोको मुंशीपुलिया पर जमा कर सकते हैं। हम सरकार के निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप क्षतिग्रस्त झंडे का निस्तारण करेंगे।
वहीं महापौर संयुक्ता भाटिया का कहना है कि राष्ट्रीय ध्वज को इधर-उधर न फेंकें। जो तिरंगे को सहेज कर नहीं रख पा रहे हैं वे इसे नगर निगम में जमा कर सकते हैं। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सभी जोनल अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई जोनल कार्यालय पर आकर झंडा देता है तो वह उसे लेकर सम्मानपूर्वक रख लें।
झंडे के रखरखव के क्या है नियम : राष्ट्रीय ध्वज फहराने के जैसे नियम हैं ठीक उसी तरह से उसके रखरखाव के भी नियम हैं। झंडा अच्छे से सहेज कर सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए। झंडा यदि कपड़े का है तो उसे सम्मानपूर्वक साफ-सुथरे स्थान पर रखना चाहिए। राष्ट्रीयध्वज के इस्तेमाल के बाद उसे इधर-उधर फेंकना नहीं चाहिए। यदि झंडा किसी वजह से कट या फट गया है तो उसे सरकारी संस्थान जहां झंडे एकत्रित होते हों, उन्हें सौंप देना चाहिए।