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My city My pride: इजरायल की तर्ज पर पानी बचाने की जरूरत- डॉ दिनेश शर्मा

दैनिक जागरण के माय सिटी माय प्राइड फोरम कार्यक्रम में पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा। स्मार्ट सिटी लखनऊ को और स्मार्ट बनाने पर हुई चर्चा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 12:52 PM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 02:20 PM (IST)
My city My pride: इजरायल की तर्ज पर पानी बचाने की जरूरत- डॉ दिनेश शर्मा
My city My pride: इजरायल की तर्ज पर पानी बचाने की जरूरत- डॉ दिनेश शर्मा

लखनऊ(जेएनएन)। डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने सोमवार को कहा कि इजरायल की तर्ज पर घर से निकलने वाले पानी को बचाने की जरूरत है। उसको अब राज्य भर में लागू किया जाएगा। वहीं, कूड़ा निस्तारण को लेकर उन्होंने कहा कि इसको फायदे का सौदा साबित करना होगा। जैसे पुणे और नागपुर ने किया है। दरअसल, मौका था होटल इंडिया अवध में आयोजित दैनिक जागरण के 'माय सिटी 'माय सिटी माय प्राइड' कार्यक्रम का। शहर को गौरवशाली बनाने के रास्तों पर चर्चा करने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा पहुंचे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक व महापौर संयुक्ता भाटिया मौजूद रहे। संपादक उत्‍तर प्रदेश, दैनिक जागरण आशुतोष शुक्ल जी व स्‍थानीय संपादक दैनिक जागरण लखनऊ सदगुरु शरण अवस्थी जी ने अतिथियों का स्‍वागत किया।

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शहर के लिए बनाएंगे एक्शन प्लान : डॉ दिनेश शर्मा
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि वे कमिश्नर लखनऊ नगर आयुक्त वीसी एलडीए को बुलाकर एक बैठक करेंगे। जिसमें लखनऊ के विकास के लिए एक एक्शन प्लान बनाएंगे। हमने मॉडल कंट्रोल रूम खोला था। सिटीजन चार्टर बनाया था। जिसमें समयबद्ध निर्धारण होता था। डिप्टी सीएम ने कहा कि हमने एक वेंडिंग पॉलिसी बनाई है। जिसमें वेंडिंग और नॉन वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। इसकी शुरूआत राजाजीपुरम इलाके से करेंगे। खाली जगह पर पीपीपी पर कॉम्प्लेक्स बनाएंगे। स्मार्ट सिटी योजना में सबसे पहले अतिक्रमण हटाया जाएगा, जिसका असर धीरे-धीरे दिखेगा।

'जागरण हालचाल' की स्थिति न आये तो कितना अच्छा हो :डॉ शर्मा
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि जब मैं मेयर था तब डर लगता था कि  'जागरण हालचाल' के जरिए न जाने आज किस इलाके का हाल निकालेगा। हम उस इलाके में पहले सफाई करवा देते थे। मगर आज सोचते हैं कि 'जागरण हालचाल' की जरूरत ही न पड़े। नगर निगम की आय इसके लिए बढ़ाएंगे। पीपीपी पर परियोजनाएं लागयेंगे। जिससे शहर का विकास होगा।

विस्तार में कूड़े से बिजली बनाने में मदद कराएंगे: बृजेश पाठक
वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे राज्य के न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि इस सरकार में सौर्य ऊर्जा के तहत 200 मेगावाट की जगह 10 हजार से ज्यादा का उत्पादन होगा। 700 किमी में सोलर रूफ टॉप हो सकता है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर 40 फीसद तक मदद हो सकती है। वहीं, गोमती नगर विस्तार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि आप केंद्र सरकार को अपना प्रस्ताव भेजें। राज्य सरकार से 50 लाख की मदद हम दिलाएंगे। वहां कूड़े से बिजली बनाई जा सकेगी। साथ्‍ा ही उन्‍होंने कहा कि मुझे जागरण की मुहिम से बहुत उम्मीद हैं। बस लोगों की मदद की जरूरत होती है, ऐसी कोई परेशानी नहीं है जो हल न हो सकें। अतिक्रमण वालों के लिए भी हम व्यवस्था कर रहे हैं। हम सब एक साथ होंगे तभी लखनऊ नंबर एक पर आएगा। आप सब सहयोग करेंगे। हम समर्पित भाव से निराकरण करेंगे।

बनेंगे पांच मॉडल बाजार : संयुक्ता भाटिया
महापौर डॉ संयुक्ता भाटिया ने कहा कि पांच मॉडल बाजार बनाये जाएंगे। अतिक्रमण को हटाने के साथ ही रेहड़ी पटरी वालों को पुनर्वास भी दिया जाएगा।

क्या है  'माय सिटी माय प्राइड'
दरअसल, पिछले दो सौ साल से 'नवाबों का शहर' के नाम से मशहूर लखनऊ हाल में कई नए खिताबों से नवाजा गया है। सूबे का सियासी मरकज, खुशमिजाजों का शहर, रहने के लिहाज से पसंदीदा शहर ..। सफर यहीं थमा नहीं, अभी अपनी पहचान में कई और नगीने जडऩे की कोशिश में जूझता शहर भी है लखनऊ।

यह वह शहर है जिस पर हर किसी को नाज है। इसलिए जरूरत है कि अपने शहर पर हमारा यह अभिमान आगे भी बना रहे। हम सब मिलकर अपने शहर को संवारें और गर्व करें। दैनिक जागरण का 'माय सिटी माय प्राइड' अभियान भी कुछ इसी सोच के साथ चल रहा है। इसके जरिए हमने लोगों को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। आम जन, स्वयंसेवी संस्थाओं और शासन-प्रशासन को साथ लेकर न केवल शहर के विकास का खाका खींचा है, बल्कि इसमें आने वाली अड़चनों को भी चिन्हित किया है। लोगों ने शहर के लिए कुछ न कुछ करने का संकल्प भी लिया है। इस कड़ी में अगला महत्वपूर्ण पड़ाव सोमवार को 'माय सिटी माय प्राइड' फोरम के रूप में शुरू हुआ। इस फोरम में शहरवासी शहर को संवारने के लक्ष्य तय करके उन्हें धरातल पर उतारने का बिगुल बजाएंगे।


दो जुलाई को हुई थी महाअभियान की शुरुआत
माय सिटी माय प्राइड महाअभियान की शुरुआत 'दैनिक जागरण' ने दो जुलाई को की थी। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत सुविधाएं, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के मुद्दे को सबसे जरूरी मानते हुए शामिल किया। इन क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों या संस्थाओं के कामकाज को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। यानी, ऐसे कार्य जिन पर गर्व किया जा सके।


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