Corona vaccination in Lucknow: मुस्लिमों के लिए हराम नहीं...पाक है स्वदेशी वैक्सीन, अफवाहों पर न करें गौर
Corona vaccination in Lucknow वैक्सीन पर राजनीतिक घमासान भी मचा हुआ है। वायरस का खात्मा करने वाली वैक्सीन को कई पार्टियां विशेषज्ञ की वैक्सीन करार दे रहे है वहीं कई इस्लाम के लिए हराम करार दे चुके हैं।
लखनऊ, [संदीप पांडेय]। देश में कोराना के खिलाफ अंतिम जंग छिड़ गई है। ऐसे में चरणवार टीकाकरण का बिगुल बजा दिया गया है। सबसे पहले हेल्थवर्करों को सुरक्षा की डोज देने का फैसला किया गया है। उधर, वैक्सीन पर राजनीतिक घमासान भी मचा हुआ है। वायरस का खात्मा करने वाली वैक्सीन को कई पार्टियां विशेषज्ञ की वैक्सीन करार दे रहे है, वहीं कई इस्लाम के लिए हराम करार दे चुके हैं। उधर, नवाबों के शहर में हर वर्ग वैक्सीनेशन में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। साथ ही दैनिक जागरण के जरिए 'मुस्लिमों के लिए हराम नहीं, पाक है स्वदेशी वैक्सीन का संदेश भी दिया गया। पेश है मुस्लिम कर्मियों से बातचीत के अंश...
इस्लाम में वैक्सीन की मनाही नहीं
केजीएमयू में पहले नंबर पर इमरान ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। पंप ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत इमरान 30 साल से नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम से संबंधित किसी भी धार्मिक पुस्तक में वैक्सीन की मनाही नहीं है। इंसान व इंसीनियत ही हिफाजत करने की हर धर्म में सीख दी गई है। महामारी के दौरान इसी सीख को निभाने का वक्त है। ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग अफवाहों में न पड़ें। यह सब झूठ फैलाया जा रहा है। यह सभी के जीवन से जुड़ा मसला है, ऐसे में वैक्सीनेशन अवश्य कराएं।
बीमारी धर्म देखकर हमला नहीं करती
पीएसएम डिपार्टमेंट में तैनात अफजार अहमद ने वैक्सीन लगवाई। अफजार के मुताबिक वर्तमान में उन्हेंं कोई बीमारी नहीं है, लेकिन उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगवाने का फैसला किया है। बीमारी धर्म, जाति देखकर शरीर पर हमला नहीं करती है। ऐसे में वैक्सीन नंबर आने पर अवश्य लगवाएं। दोनों स्वदेशी वैक्सीन पाक हैं, सभी क्लीनिकल ट्रायल को पूरा करके लगाई जा रही हैं। यह पूरी तरह सुरक्षित हैं। किसी भी भ्रम में पडऩे की जरूरत नहीं है। मैंने वैक्सीन लगाई, कोई दिक्कत नहीं हुई है।
धर्म के नाम पर फैलाया जा रहा झूठ
शमशाद हुसैन केजीएमयू में सिक अटेंडेंट के पद पर तैनात हैं। शुक्रवार को शमशाद ने भी वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर देश में फैलाए जा रहे भ्रम पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वायरस बहुतों की जान ले चुका है। सभी जाति-धर्म के लोगों ने अपनों को खोया है। अब जब वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत कर वैक्सीन बनाई है तो ऐसे में धर्म बीच में कहां से आ गया। यह सब झूठ है। वायरस को हराने के लिए यही मुख्य हथियार है।
लड़ाई कमजोर करने की साजिश
आबिद अली पीएमआर विभाग में हेल्पर के तौर पर कार्यरत हैं। शुक्रवार को वैक्सीन सेंटर पर पहुंचकर उत्साह के साथ वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कहा कि वैक्सीन पर राजनीति हो रही है। कुछ नेता व समाज से जुड़े लोग जनमानस को गुमराह कर रहे हैं। यह महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई को कमजोर करने की साजिश है। सरकार मुफ्त में स्वदेशी वैक्सीन लगवा रही है। यह हम सब के जीवन की रक्षा के लिए है। यह पूरी तरह पाक है, इसमें कुछ भी हराम नहीं है। हिंदू-मुस्लिम सभी देशवासी वैक्सीन अवश्य लगवाएं।