नगर निगम की लिस्ट में शहर में 542 पेशेवर भिखारी, युवाओं की संख्या ज्यादा Lucknow News
सीएम के निर्देश पर नगर निगम ने बनाई भिखारियों की सूची।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]।राजधानी में भिखारियों की तलाश हुई तो नगर निगम को इनमें से अधिकांश युवा ही मिले। 19 वर्ष से 40 वर्ष तक के भिखारी अधिक पाए गए। नगर निगम सीमा में मिले 542 भिखारियों में से तीस के पास मोबाइल फोन भी हैं। इनमें उन लोगों को शामिल नहीं किया गया है, जो खास दिनों में मंदिरों के आसपास बैठकर प्रसाद लेते हैं। उम्र के साथ ही भीख मांगने का स्थाई पता भी लिया गया है।
भीख मांगने वालों को रोजगार से जोडऩे के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नगर निगम ने भिखारियों की गणना की है। इनमें से 542 पेशवर भिखारी पाए गए हैं। पहले चरण में उन भिखारियों को सड़कों से हटाया जाना है, जो ट्रैïिफक लाइट पर भीख मांगने आ जाते हैं। इससे दुर्घटना की आंशका तो रहती ही है, शहर में आने वाले देसी और विदेशी मेहमानों के सामने भी शहर की खराब तस्वीर जाती है।
युवा भिखारियों के कुछ उदाहरण
- संजो की उम्र 23 साल है। उसके पास मोबाइल फोन भी है। शारीरिक रूप से सामान्य है, लेकिन पिपरसंड के पास भीख मांगती है
- 25 वर्षीय विकास भी सामान्य है और फैजुल्लागंज में भी भीख मांगता है
- 31 वर्षीय लक्ष्मी 31 वर्ष की है और हनुमान सेतु को भीख मांगने का अड्डा बना रखा है
- 21 वर्षीय नारायन भी कैसरबाग में भीख मांगता है
- 19 वर्षीय रूबीना और 28 वर्षीय अनीता, टेढ़ी पुलिया पर भीख मांगती हैं
- तीस वर्षीय नीराजन घर-घर जाकर तीस वर्षीय नहरूनिशा, अमीनाबाद
भिखारियों को चिह्नित कर लिया गया है। वे कहां भीख मांगते हैं, उसका भी ब्योरा तैयार हो गया है। जल्द ही इसमें से सामान्य भिखारियों को कूड़ा प्रबंधन योजना से जोड़ा जाएगा। वह घर-घर से कूड़ा एकत्र करेंगे।
-डा. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त
शहर में भिखारियों की संख्या
उम्र (वर्ष में) संख्या
19 से 40 175
41 से 50 135
51 से 60 117
61-70 59
71-80 15
80 से ऊपर तीन
वहीं 36 भिखारियों की उम्र पता नहीं चल सकी)