शहरों में पटरी और छोटे दुकानदारों को रोजगार देने के लिए बनेंगे मल्टीपरपज बाजार
केंद्र सरकार द्वारा पटरी दुकानदारों के लिए घोषित आर्थिक पैकेज को लागू करने के संबंध में उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग ने अपना सुझाव भेज दिया।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना के संकटकाल में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शहरों में पटरी व छोटे दुकानदारों को रोजगार प्रदान करने के लिए मल्टीपरपज बाजार बनाने जा रही है। यह बाजार निजी सहभागिता यानी पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे। इसके लिए निकाय जमीन उपलब्ध कराएंगे। इन बाजारों में एक ही स्थान पर जरूरत के सभी सामान मिल जाएंगे। ये बाजार खासकर मलिन बस्तियों के आस-पास बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र के पास प्रस्ताव भेज दिया है।
केंद्र सरकार द्वारा पटरी दुकानदारों के लिए घोषित आर्थिक पैकेज को लागू करने के संबंध में उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग ने अपना सुझाव भेज दिया। विभाग ने शहरों में मल्टीपरपज बाजार बनाने का प्रस्ताव भेजा है। पीपीपी मॉडल पर बनने वाले इन बाजारों में बिल्डर को इस स्थान पर कुछ जमीन पर अन्य व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी। शहरों में बनने वाले इस बाजार में वह सभी जरूरी सुविधाएं देने के साथ आस-पास जरूरत के आधार पर छोटे-छोटे पार्क भी बनाए जाने का सुझाव है। इससे प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार सृजन के साथ-साथ क्षेत्र की सुंदरता में भी वृद्धि होगी।
उत्तर प्रदेश सरकार शहरी मजदूरों का इस्तेमाल मनरेगा की तर्ज पर निर्माण कार्यों में भी कर सकती है। इसके लिए श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों को रोजगार दिया जा सकता है। विभाग ने सुझाव दिया है कि इस आधार पर काफी संख्या में प्रवासी श्रमिकों व मजदूरों को शहरों में रोजगार मिल सकता है।