अतीक मामले में बढ़ रहीं सपा की मुश्किलें-मुलायम चुप, शिवपाल कराएंगे जांच
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अतीक प्रकरण पर जांच होगी, देखूंगा कि मीडिया ने उनके बारे में क्या कहा है लेकिन मुलायम सिंह इस पर चुप रहे।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में चुनावी रणभेरी की आहट से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लगीं हैं। सत्तारूढ़ सपा सबके निशाने पर हैं। सपा नेता अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी की मौत मामले में गिरफ्तारी के बाद कानपुर कैंट से घोषित उम्मीदवार अतीक अहमद को लेकर नया बवाल खड़ा हो गया है। विपक्ष इसे मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अतीक प्रकरण पर जांच के लिए कहा है। हालांकि बलिया पहुंचे सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया है।
शियाट्स यूनिवर्सिटी में बवाल, अतीक अहमद समेत 60 पर मुकदमा
नारद राय के पुत्र-बहू को आशीर्वाद
शिवपाल आज सपा सरकार में पूर्व मंत्री नारद राय के यहां मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने बलिया के मुबारकपुर पहुंचे। समारोह में मौजूद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस प्रकरण पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि नारद राय के पुत्र व बहू को आशीर्वाद देने आया हूं, बाकी कुछ नहीं। पूर्व सांसद अतीक अहमद को पार्टी ने आगामी विधान सभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अतीक पर इलाहाबाद के एक कालेज में दबंगई संबंधी रिपोर्ट अखबारों में प्रकाशित होने के बाद विपक्षी दल तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं।
निजीकरणः कुछ अस्पतालों की सेवाएं जल्द निजी हाथों में होगी
अमर सिंह मीडिया के मित्र
सपा महासचिव अमर सिंह के नोटबंदी समर्थित बयान पर शिवपाल ने कहा कि अमर सिंह मीडिया के मित्र हैं। मीडिया ही उनसे पूछे कि वह सपा के रुख से अलग बयान क्यों दे रहे हैं। अमर सिंह को विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाए जाने की बात उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। कांग्रेस से तालमेल को लेकर चल रही अटकलों के बारे में कहा कि कांग्रेस से अभी किसी पहल की जानकारी उन्हें नहीं है। नोटबंदी के फैसले की तुलना उन्होंने विवादित ढांचा ढहाए जाने से की। कहा सपा ने अभी तक 175 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों का नाम तय कर दिया है और चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले सभी उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए जाएंगे।
नोटबंदी का फैसला खोदा पहाड़ निकली चुहिया जैसा: मायावती
इलाहाबाद में बवाल मचाने का आरोप
महराजगंज जिले की नौतनवां विधानसभा सीट से सपा के घोषित उम्मीदवार अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी की मौत मामले में गिरफ्तारी के बाद अब कानपुर कैंट से घोषित उम्मीदवार अतीक अहमद को लेकर नया बवाल खड़ा हो गया है। पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके 60 समर्थकों पर सैम हिगिन बाटम इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चर टेक्नालॉजी एंड साइंसेज (शियाट्स) नैनी, इलाहाबाद में बवाल मचाने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इसके बाद अतीक की गिरफ्तारी की मांग जोर पकड़ रही है।
तृतीय श्रेणी कर्मियों के वेतन में दो हजार रुपये का इजाफा, चतुर्थ श्रेणी को 555
अतीक पर आरोप से सपा की मुश्किलें बढ़ीं
अतीक अहमद हैं जिन्हें 2012 में सपा में आने से अखिलेश यादव ने रोक दिया था। अखिलेश इसी फैसले की वजह से युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हुए। सपा ने कानपुर कैंट से अतीक को उम्मीदवार घोषित किया है। उम्मीदवारी घोषित किए जाने के हफ्ते भर भीतर ही अतीक पर लगे इन आरोपों ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर हर विपक्षी उत्तर प्रदेश में गुंडाराज के मुद्दे को हवा दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में अतीक अहमद की इन हरकतों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। बवाल की सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है। इसलिए विपक्षी तत्काल गिरफ्तारी पर जोर दे रहे हैं।
सपा और बसपा राजनीति के राहु-केतु : केशव मौर्य
मुकदमा दर्ज कर हो रही जांच
उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रवक्ता और पुलिस महानिरीक्षक भगवान स्वरूप का कहना है कि पूर्व सांसद समेत आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। हालांकि जब उनसे गिरफ्तारी का सवाल पूछा गया तो कोई जवाब नहीं मिला। जाहिर है कि अतीक की गिरफ्तारी का मुद्दा आगे और गरमाएगा। हालांकि सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने यह भरोसा दिया है कि मामले की जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव कहते हैं कि जांच की निष्पक्षता पर कैसे यकीन किया जाए। समाजवादी सरकार की पुलिस जिसे क्लीनचिट देती है, उसे सीबीआइ गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे कर देती है।