मुलायम सिंह यादव की समधन अंबी बिष्ट के कमरे में क्या गहने थे, पुलिस आज से करेगी जाच
मुलायम की समधन अफसरों पर अब लगा रहीं गहनों की चोरी का आरोप। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कमरों से मिली थीं प्लाटों की फाइलें, गोमती नगर योजना की फाइलों से उठ रहे सवाल।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की समधन और एलडीए की पूर्व उप सचिव अंबी बिष्ट का कमरा खोले जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। गोमती नगर पुलिस इस मामले में शुक्रवार से अपनी जाच शुरू कर सकती है। जिलाधिकारी के आदेश पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरे की जाच में भले ही कोई कीमती वस्तु न मिली हो, लेकिन इस मामले में एलडीए उपाध्यक्ष और कुछ कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दायर करने की गुहार बिष्ट ने अदालत से लगाई है। जिस पर अदालत ने गोमती नगर पुलिस से 16 जुलाई को रिपोर्ट तलब की है। नगर निगम में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अंबी बिष्ट का पिछले करीब चार महीने से एलडीए में सील कमरा तीन जुलाई मंगलवार को खोला गया था। ये कमरा अंबी बिष्ट को एलडीए में बतौर उप सचिव आवंटित था। जब से उनको एलडीए से नगर निगम सेवा में वापस भेजा गया तब से ये कमरा बंद था। अंबी विष्ट ने डीएम से शिकायत कर के कमरा खोलने की गुहार लगाई थी। उनकी शिकायत थी कि कमरे में मूल्यवान वस्तुएं और सोने के गहने हैं। मगर जब कमरे को मजिस्ट्रेट और एलडीए अधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया तो अंदर से प्लॉटों की मूल फाइलें मिलीं थीं। एलडीए के अधिकृत दस्तावेज के अलावा अंबी बिष्ट की व्यक्तिगत वस्तुएं मिलीं थीं। जिनमें एक डायरी, एक जोड़ी चप्पल, शादी के कुछ कार्ड, उनके बेटे के नाम से दर्ज एक फ्लैट की बुकलेट और कुछ कागज थे। विष्ट की ओर से अधिकृत वकील सौरभ यादव ने व्यक्तिगत वस्तुओं को अपने पास रख लिया था और दावा किया कि कमरे में सोने के कुछ गहने थे, जबकि एलडीए अधिकारियों का कहना था कि कमरे में जो कुछ भी था, वह सबसे सामने आ चुका है। अब जिन भूखंड की मूल फाइलें मिली हैं, उनकी जाच करवाई जाएगी।1गोमती नगर थाना प्रभारी ने इस बारे में बताया कि अभी तक कोर्ट से आदेश नहीं मिला है। जैसे ही मिलेगा वे जाच शुरू कर देंगे। उम्मीद करते हैं कि शुक्त्रवार से हम अपनी जाच प्राधिकरण में शुरू कर देंगे। दूसरी ओर एलडीए के नजूल अधिकारी विश्वभूषण मिश्र जिनकी मौजूदगी में कमरा खोला गया था, उनका कहना है कि कमरे से मिले सामान की सूची अब तक अधिशासी अभियंता मेंटीनेंस राहुल श्रीवास्तव ने उनको नहीं दी है।
गोमती नगर का काम लंबे समय से अंबी बिष्ट के पास नहीं था तो इस कॉलोनी की अनेक मूल फाइलें उनके कमरे में क्यों थीं, ये बड़ा सवाल है। जिसको लेकर एलडीए के अधिकारी जाच करवाएंगे। काफी संख्या में प्लाटों की फाइलें उनके कमरे में थीं।