मुख्तार अंसारी के दो गुर्गे भगोड़ा घोषित, बाराबंकी पुलिस ने गाजीपुर में दी दबिश; कुर्की की तैयारी
एंबुलेंस प्रकरण में पुलिस की पकड़ से दूर मुख्तार अंसार के दो गुर्गों को भगोड़ा घोषित किया गया है। दलबल और स्थानीय पुलिस के साथ बाराबंकी पुलिस ने गाजीपुर में दबिश दी और आरोपितों के घरों पर कुर्की की नोटिस चस्पा की।
लखनऊ, संवाद सूत्र। एंबुलेंस प्रकरण में पुलिस की पकड़ से दूर मुख्तार अंसार के दो गुर्गों को भगोड़ा घोषित किया गया है। दलबल और स्थानीय पुलिस के साथ बाराबंकी पुलिस ने गाजीपुर में दबिश दी और आरोपितों के घरों पर कुर्की की नोटिस चस्पा की। दोनों आरोपितों पर 50-50 हजार रुपये घोषित करने के लिए पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने संस्तुति करते हुए आइजी को भेजा है। इस प्रकरण में अब तक 11 आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। वर्ष 2013 में अपने निजी प्रयोग के लिए मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी ने बाराबंकी में फर्जी पते पर एंबुलेंस पंजीयन कराई थी। 31 मार्च 2021 को मामला प्रकाश में आने पर दो अप्रैल को तत्कालीन एसपी यमुना प्रसाद ने कोतवाली नगर में इस संबंध में जालसाजी का मुकदमा कराया था।
मुख्तार के लाेकल नेटवर्क को खंगालने में असफल रही पुलिस इस प्रकरण में दस आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि साजिश के आरोपित मुख्तार अंसारी पहले से बांदा जेल में निरुद्ध है। 11 जुलाई को पकड़े गए शाहिद उर्फ मो. जाफरी की बयान के आधार पर गाजीपुर के अफरोज उर्फ चुन्नू और जफर उर्फ चंदा का नाम प्रकाश में आया था। पुलिस की पकड़ से दूर दोनों आरोपितों का एनबीडब्ल्यू लिया गया और तलाश में दबिश भी दी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। मुकदमे की विवेचना कर रहे एमपी सिंह कोर्ट से संपत्ति कुर्क की नोटिस लेकर भारी पुलिस बल के साथ गाजीपुर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि स्थानीय सीओ व भारी पुलिस बल के साथ आरोपितों के घर पर नोटिस चस्पा की है। दोनों पर 50-50 हजार रुपये पुरस्कार घोषित करने की संस्तुति भी की गई है।
इनकी हो चुकी है गिरफ्तार : एंबुलेंस प्रकरण में डा. अल्का राय, डा. शेषनाथ राय, मो. सैयद मुजाहिद, मो.जाफरी उर्फ शाहिद, राजनाथ यादव, आनंद यादव, सलीम, सुरेंद्र शर्मा, अफरोज खान और शाहिद उर्फ मो. जाफरी अब तक पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि मुख्तार पहले से बांदा जेल में है। इन सभी 11 लाेंगों पर आरोप पत्र भी न्यायालय में दाखिल हो चुका है।