पार्को को संवारने के लिए बना ‘घपले’ का एस्टीमेट, आने लगी गड़बड़ी की बू
नगर निगम में 211 पार्क संवारने के लिए 8.50 करोड़ का बनाया एस्टीमेट वहीं एलडीए ने 311 पार्क के लिए बनाया 4.55 करोड़ का बजट।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। शहर के पार्को की संवारने की योजना से पहले ही घोटाले की बू आने लगी है। नगर निगम के अभियंताओं ने ऐसा बजट तैयार किया है, जो अफसरों के गले से नहीं उतर रहा है। 311 पार्को को संवारने का एस्टीमेट एलडीए ने 4.55 करोड़ बनाया है, जिसमें झूले से लेकर तमाम अन्य सुविधाएं हैं, जबकि नगर निगम ने 211 पार्क को संवारने का इस्टीमेट 8.50 करोड़ का बनाया है, जिसमें झूले व अन्य सुविधाओं का जिक्र भी नहीं है।
नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने मुख्य अभियंता से नगर निगम की तरफ से तैयार बजट का फिर से परीक्षण करने का निर्देश दिया है। शासन के निर्देश पर शहर के एक हजार पार्को को संवारा जाना है। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ‘गोपाल’ भी पार्को को संवारने की घोषणा कर चुके हैं। इसमें 50 प्रतिशत नगर निगम और 50 प्रतिशत पार्क एलडीए व आवास विकास परिषद को विकसित करना है। हालांकि, अभी पार्क संवारने की योजना में शासन से पैसा मिलने का इंतजार है, लेकिन नगर निगम के अभियंताओं और ठेकेदारों ने अधिक मुनाफे के चक्कर में अधिक रकम का इस्टीमेट तैयार कर दिया।
एस्टीमेट चेक करने में खेल: किसी भी निर्माण को कराने से पहले एस्टीमेट तैयार होता है। यह एस्टीमेट नगर निगम के एक अवर अभियंता परीक्षण करते हैं, लेकिन वहां ठेकेदार अपने हिसाब से एस्टीमेट को पास करा लेते हैं, जिसका ऊपरी रेट भी तय है।
एलडीए की योजना
- पार्क का जीर्णोद्धार, एक वर्ष तक का रखरखाव, झूले और ओपन जिम लगाना
- डस्टबिन, बेंच, पार्क की मरम्मत, रंगाई पुताई, पार्क में सिंचाई का इंतजाम, पार्क से निकलने वाले गार्डन वेस्ट और कूड़े का निस्तारण करना,
- एलडीए के जिम्मे 311 पार्क (कुल 166 हरित पट्टी क्षेत्र)
- नगर निगम के जिम्मे 211 पार्क
- शेष पार्क आवास विकास परिषद को संवारना है
- नगर निगम क्षेत्र में कुल पार्क 1891
- विकसित 759
- अर्धविकसित 800
- खुली जमीन 332।