ओमेक्स रेजीडेंसी डकैती मामले में रुपये छिपाने के आरोप में मां-बेटी गिरफ्तार
बाराबंकी निवासी मधुकर की मौसी और मौसेरी बहन को दबोचा। दोनों पर संरक्षण देने और रुपये छिपाने का आरोप पर बरामदगी नहीं।
लखनऊ, जेएनएन। ओमेक्स रेजीडेंसी के एक फ्लैट में कोयला कारोबारी के यहां डकैती के मामले में पुलिस ने मां-बेटी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपित मधुकर ने अपनी मौसी और मौसेरी बहन को रुपये छिपाने के लिए दिए थे। पुलिस ने घर में तलाशी ली, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस अभी तक मां-बेटी से रुपये बरामद नहीं कर सकी है। दोनों पर आरोपित को संरक्षण देने का भी आरोप है।
एएसपी ग्रामीण विक्रांत वीर के मुताबिक बाराबंकी के बड्डोपुर स्थित भगौली तीर्थ निवासी मधुकर की मौसी शोभा और मौसेरी बहन सलोनी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दोनों आरोपितों ने मधुकर को शरण दिया था और डकैती की रकम छिपाने में भी उनकी भूमिका उजागर हुई है। पुलिस पिछले तीन दिन से मधुकर को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि, आरोपित ने पुलिस को अब तक रुपयों के बारे में जानकारी नहीं दी है।
मधुकर का मौसा अनिल कुमार पाठक अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। वहीं, गिरफ्तार किए गए एक अन्य आरोपित यशराज के पास से भी रुपये बरामद नहीं हो सके हैं। उधर, पूछताछ में आरोपित मधुकर पुलिस को गुमराह कर रहा है। मधुकर को पुलिस ने गुरुवार को रुपये बरामदगी के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया था।
निलंबित सिपाही ले गया था रुपयों से भरा बैग
पुलिस का कहना है कि मधुकर से पूछताछ में सामने आया है कि वारदात में शामिल एएसपी क्राइम का गनर निलंबित सिपाही प्रदीप कुमार भदौरिया रुपयो से भरा एक बैग लेकर गया था। आरोपित के साथ गिरफ्तार किया गया आनंद भी गया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों के घर में छानबीन की है। पुलिस ने प्रदीप और अजय के पास से दो लाख 40 हजार रुपये बरामद किए थे।
प्रदीप दो दिन की रिमांड पर
पुलिस ने शनिवार को रुपये बरामद करने के लिए न्यायालय में प्रदीप और अजय को पुलिस रिमांड पर देने की अर्जी दी। इस पर कोर्ट ने दोनों की दो दिन की रिमांड मंजूर कर दी। अब पुलिस रविवार सुबह दोनों आरोपितों को जेल से रिमांड पर लेकर रुपये बरामद करने का प्रयास करेगी।