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सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के 47 सदस्य और गिरफ्तार, दस लाख रुपया बरामद

यूपी पुलिस परीक्षा में हो रही बड़ी नकल का एक आज बार फिर खुलासा हुआ है। कल बड़ी संख्या में नकलची पकड़े जाने के बाद आज भी यह लोग अपने अभियान में लगे थे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 19 Jun 2018 03:04 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 08:43 AM (IST)
सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के 47 सदस्य और गिरफ्तार, दस लाख रुपया बरामद
सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के 47 सदस्य और गिरफ्तार, दस लाख रुपया बरामद

लखनऊ (जेएनएन)। सिपाही भर्ती परीक्षा-2018 के दूसरे दिन मंगलवार को भी एसटीएफ और पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। एसटीएफ ने मेरठ से सॉल्वर गैंग के सरगना सहित 23 आरोपित पकड़ा है, जबकि पुलिस ने विभिन्न जिलों से 24 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उप्र पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष/डीजी जीपी शर्मा ने बताया कि मंगलवार को करीब 85 फीसद अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दो पालियों में लगभग साढ़े नौ लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। 18 व 19 जून को कुल करीब 19 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को एसटीएफ व पुलिस ने सॉल्वर गैंग के 33 सदस्यों को पकड़ा था। एसटीएफ व पुलिस ने अब तक कुल करीब 80 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

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एसटीएफ ने मंगलवार को मेरठ में सॉल्वर गैंग के सरगना शकील निवासी कुरड़ी बागपत समेत 23 सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें 10 सॉल्वर, पांच अभ्यर्थी व आठ दलाल शामिल हैं। गिरोह वर्ष 2013 से विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर के जरिये गड़बड़ी कराता आ रहा था। पिछले साल हुई ग्रुप-डी रेलवे की भर्ती में भी कई अभ्यर्थियों की परीक्षा सॉल्वरों ने दी थी। एसटीएफ के सीओ बृजेश कुमार ने बताया कि सरगना शकील ने सिपाही भर्ती परीक्षा में 70 अभ्यर्थियों से डील करने की बात स्वीकार की है। एक अभ्यर्थी से आठ लाख रुपये तक वसूले जाते थे। इनमें सॉल्वर को दो लाख रुपये मिलते थे।

आरोपितों के कब्जे से लैपटॉप, प्रिंटर, 26 मोबाइल व 10 लाख रुपये, 43 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, तीन कार, तीन ओएमआर सीट की कार्बन कॉपी व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपितों में मेरठ निवासी शकील, युनूस, पानीपत निवासी सुरेश, राहुल राठी शंभू व विकास, रोहतक निवासी मंदीप, सोनीपत निवासी अरविंद व संदीप, बिहार निवासी निरंजन कुमार, बागपत निवासी प्रदीप, मुजफ्फरनगर निवासी संजय चौधरी, बागपत निवासी नीरज व अंकित, दुष्यंत कुमार, संदीप, पानीपत निवासी रविकांत मतलोड़ा, कृष्ण कुमार, मोहित मतलोड़ा, शामली निवासी सचिन शेखपुरा, सोनीपत के अमित कुमार व पानीपत निवासी बलजीत चिनाना को गिरफ्तार किया है।

अलीगढ़ में नौ आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अलीगढ़ पुलिस ने अंतरराज्यीय सॉल्वर गिरोह के नौ सदस्यों को दबोचा है। इनमें जट्टारी में संचालित कोचिंग सेंटर के तीन पार्टनर भी हैं। वाट्सएप के जरिये इन्हें बनारस से आंसरशीट मिलनी थी। पेपर लीक न हो पाने से फर्जी आंसरशीट ही उपलब्ध हुई। अभ्यर्थियों को अंधेरे में रखकर उनसे 45 से 50 हजार रुपये तक वसूले गए। आरोपितों द्वारा अलीगढ़, मथुरा व आगरा में अभ्यर्थियों से करीब 22 लाख रुपये वसूले जाने की बात सामने आई है।

पुलिस को टप्पल के जट्टारी में जड़तौली रोड पर संचालित अपेक्स डिफेंस एकेडमी कोचिंग सेंटर में गड़बड़ी की जानकारी मिली थी। कोचिंग के पार्टनर अशोक कुमार, श्याम, जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू की संदिग्ध गतिविधियां मिलीं। श्याम हाथ नहीं लगा, बाकी दोनों से पूछताछ में कुछ और नाम प्रकाश में आए, जिसके बाद अनिल, राकेश निवासी भरतपुर (राजस्थान), देवेंद्र शर्मा निवासी नौहझील (मथुरा), ङ्क्षरकू उर्फ पुष्पेंद्र निवासी टप्पल, मिथुन कुमार निवासी खैर, आबिद खान निवासी छर्रा, धर्मेंद्र कुमार निवासी सुनपहर को दबोच लिया गया।

बनारस से मिली फर्जी आंसरशीट : अलीगढ़ एसएसपी ने बताया कि योगेश दिल्ली के मुखर्जी नगर में कोचिंग में पढ़ाता है। योगेश को दोस्त सचिन बनारस से आंसरशीट वाट्सएप पर देता था, जिसे योगेश जट्टारी में कोचिंग चला रहे अशोक, जितेंद्र, श्याम को उपलब्ध कराता। इनकी कोचिंग में 45-50 विद्यार्थी हैं। अधिकांश से इन लोगों ने सौदा किया। बाकी साथियों ने भी अपने क्षेत्रों में रुपये वसूले। पेपर लीक न होने से इस बार आंसरशीट नहीं मिल पाई, इसलिए फर्जी आंसरशीट अभ्यर्थियों को दे दी।

मेरठ व गाजियाबाद में तैनात दो पुलिसकर्मी भी गिरफ्तार
सहारनपुर में पुलिस ने दो पुलिसकर्मियों सहित 11 युवकों को दबोचकर इनके कब्जे से 97 हजार रुपये, मोबाइल फोन, पहचान-पत्र बरामद किया है। गिरफ्तार पुलिस कर्मियों में एक मेरठ पुलिस विभाग में बाबू बिजेन्दर कुमार है तो दूसरा गाजियाबाद फायर सर्विस में तैनात दीपक है। आगरा में चार फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। ये सभी बिहार से बुलाए गए थे। आरोपितों में जय कुमार यादव निवासी हमीरपुर जिला बक्सर (बिहार) हेमंत कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। सॉल्वर से पूछताछ के बाद पुलिस ने हेमंत के भाई हरेंद्र सिंह और चचेरे भाई प्रशांत कुमार को गिरफ्तार कर लिया। मथुरा में अश्वनी कुमार निवासी भागलपुर, बिहार को पकड़ा गया। वह अलीगढ़ निवासी निवेश कुमार के नाम पर परीक्षा दे रह था। यहीं से विनोद कुमार निवासी रोहताश बिहार, अलीगढ़ निवासी जितेंद्र कुमार के नाम परीक्षा देते पकड़ा गया।

बिहार के मधुबनी निवासी उमेश को बुलंदशहर निवासी शिवा गोस्वामी के नाम पर परीक्षा देते पकड़ा गया। गाजियाबाद के मुरादनगर से दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे कृष्णदेव निवासी मधुबनी, बिहार को पकड़ा गया है। वहीं ग्रेटर नोएडा में भाई की जगह परीक्षा देते युवक पकड़ा गया। आरोपित युवक मोहित निवासी राजपुरा, आगरा ने बताया कि उसके सगे भाई रङ्क्षवद्र ने सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया था। उधर, फैजाबाद में आठ साल्वरों की गिरफ्तारी की गई है।

गिरफ्तार लोगों में बिहार के पकडिय़ा निवासी अनिकेत कुमार उर्फ सुमन, तैमूर जिले का भगुआ निवासी प्रदीप केसरी, नेवादा जिले का नरहद निवासी राजीव कुमार, पुरनिया जिले का कोठी निवासी अभिनव उर्फ मिथुन, खगडिय़ा जिले का फुलवरिया निवासी आशीष कुमार उर्फ ङ्क्षमटू, पटना का जानीपुर निवासी विक्की कुमार, बांका जिला के रजौन, गोरखपुर के पीपीगंज का रहने वाला मोहित अग्रहरि शामिल हैं। अनिकेत गिरोह का सरगना है, जबकि प्रदीप केसरी साल्वरों को मैनेज करने का कार्य कर रहा था। इनके पास से 33 अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र, तीन अभ्यर्थियों की परीक्षा बुकलेट, 18 अभ्यर्थियों का आइडी कार्ड, फोटो, एटीएम व साल्वरों की सूची आदि बरामद हुए हैं।
 

एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार के ने बताया कि इस गिरोह को कंकरखेड़ा इलाके में एक मकान से पकड़ा गया है। इनका मास्टरमाइंड शकील है जो बागपत के कुरड़ी गांव का रहने वाला है। शकील का यूपी पुलिस कॉस्टेबल के पद पर वर्ष 2015 में चयन हुआ है। शकील ने एक दिन पहले हुई परीक्षा में कई जिलों में सॉल्वर बैठाए थे। शकील का दावा है कि सॉल्वर पकड़े भी नहीं गए।

शकील ने एसटीएफ को बताया कि करीब 50 छात्रों से सौदा तय हुआ था। वह लोग दस छात्रों से ही पैसा वसूल पाए थे। गिरोह आधार कार्ड पर फोटो बदलकर सॉल्वर को परीक्षा कक्ष में बैठाते थे। इससे पहले इस गिरोह ने रेलवे ग्रुप -डी की परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर कई छात्रों का चयन कराया है। सभी आरोपी हरियाणा के सोनीपत व पानीपत के रहने वाले हैं। आज आरोपितों ने कई अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया था।

इस तरह करते हैं धंधा

पकड़े गए इस गिरोह के कुछ लोग कैंडिडेट को अपने जाल में फंसाते थे। इसके बाद सॉल्वर से परीक्षा दिलाते थे। आरोपी सॉल्वर को एक लाख रुपये देते थे और अभ्यर्थी से चार लाख रुपये परीक्षा में पास कराने के नाम पर लेते थे।

आगरा से भी एक गिरफ्तार

आगरा के सिकंदरा से भी एक सॉल्वर को पकड़ा गया है। सिकन्दरा के पनवारी स्थित बाल मुकुंद इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रहा सॉल्वर जय प्रकाश बिहार के बक्सर जिले के हमीरपुर का रहने वाला है। वह यहां अलीगढ़ के थाना गोदाम स्थित कैंट निवासी हेमंत की जगह पर लिखित परीक्षा दे रहा था। 


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