यूपी में पिछले साल के मुकाबले अधिक बारिश, जून-जुलाई की भी भरपाई
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगस्त के पहले हफ्ते में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। चार अगस्त तक कुछ इलाकों में भारी बारिश संभव है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में दस दिन से रुक रुककर हो रही बारिश ने जून और जुलाई की कमी की भरपाई कर दी। क्राप वेदर वाच गु्रप की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में जून और जुलाई की बारिश का औसत 375.9 मिमी है। इसके सापेक्ष 31 जुलाई तक 328.5 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले वर्ष इसी समयावधि में 313.7 मिमी बारिश हुई थी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगस्त के पहले हफ्ते में बादलों की आवाजाही और बारिश का सिलसिला भी जारी रहेगा। दो से चार अगस्त तक पूर्वी उप्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश संभव है। पश्चिमी उप्र में कुछ राहत रहेगी। लगातार बारिश के नाते खरीफ फसलों की बची बोआई अपेक्षित तेजी नहीं पकड़ पा रही है।
यही वजह है कि खरीफ की सभी प्रमुख फसलें मसलन धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, ऊर्द, मूंग, अरहर, मूंगफली और तिल की बोआई तय लक्ष्य से पीछे है। धान को छोड़ दें तो बाकी फसलों की बोआई मौसम खुलने के बाद ही संभव है। इसमें अधिक देरी से रबी की बोआई प्रभावित होगी।