सीएम योगी आदित्यनाथ ने पढ़ा अटल बिहारी वाजपेयी पर शोक संदेश
आज विधानमंडल सत्र में मानसून सत्र में पहले दिन भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के लिए विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संदेश पढ़ा।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानमंडल में आज मानसून सत्र का पहला दिन शोक संदेश के बाद स्थगित हो गया। विधानसभा के साथ ही विधान परिषद में भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक संदेश पढ़ा गया।
आज विधानमंडल सत्र में मानसून सत्र में पहले दिन भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के लिए विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संदेश पढ़ा। उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज को शुरू हुआ है। पहले दिन विधानसभा और विधान परिषद में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रस्ताव पेश किया गया। सदन सभी दलों के नेताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि दी।जिसके बाद सदन की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रस्ताव पेश किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने देश हित में कड़े निर्णय लिए, अटलजी ने पत्र और पत्रिकाओं का सफल संपादन भी किया। अटल बिहारी वाजपेयी सदन में जब भी बोलते थे तो उनकी बातों को विपक्ष भी गंभीरता से लिया करता था। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मातृभाषा हिंदी को भी एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने का काम किया था। राजनीतिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान के लिए अटल बिहारी वाजपेयी जी को भारत रत्न, पद्म भूषण जैसे अनेक सम्मान से विभूषित किया गया। अटलजी के निधन से भारत ने अपना एक सपूत खो दिया है।
नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें सर्वमान्य नेता बताया। उन्होंने कहा कि अटलजी का सभी दल सम्मान करते थे और वह भी सभी का सम्मान करते थे। अटलजी ने हमेशा शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की बातों से मैं अपने आप को संबद्ध करता हूं। बसपा विधानमंडल दल के नेता लाल जी वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने बीजेपी में रहते हुए भी कई विभिन्न विचारधाराओं वाली पार्टियों के साथ मिलकर सरकार चलाई और देश हित में कई अनेक मजबूत फैसले भी लिए। अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन देश के लिए बड़ी क्षति है। नेता कांग्रेस विधानमंडल दल अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी पेशे से पत्रकार थे, लेकिन एक बड़े रचनाकार भी थे जो हमारी जीवन को ऊर्जा से भरने का काम करती है।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा, अटलजी हमेशा सभी के रहे और सभी को ऊपर उठाने का प्रयास किया। अटलजी ने अपनी लाइन में भी कहा है कि हे प्रभु मुझे इतनी ऊंचाई मत देना की गैरों को गले न लगा सकूं। विपक्ष के रूप में भी अटलजी के तौर-तरीकों का अनुसरण करना जरूरी है। हम सभी ने सदन में देखा और पाया वह कटुवाणी का इस्तेमाल कभी नहीं करते थे। हम लोग अक्सर उनके विचारों को सुनकर ठहाका लगाया करते थे। अटलजी पक्ष और विपक्ष सभी कि अच्छे कामों की हमेशा सराहना करते थे। वे जब भी कुछ कहते थे उसका बड़ा मतलब होता था। अटलजी हमेशा एक सफल पत्रकार कवि और राजनेता के रूप में याद किए जाएंगे।
इससे पहले मानसून सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी समेत सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इसमें विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सबसे सहयोग करने का अनुरोध किया। विधानसभा में हुई सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलों के नेताओं से सत्र संचालन में सहयोग करने की अपील की। दीक्षित ने कहा कि जनता से जुड़े सवालों को अगर विपक्ष उठाएगा तो सभी को पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे।
विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को देखते हुए कानून-व्यवस्था के मुद्दे को सदन में उठाने की बात कही है। बैठक में हालांकि रामगोविंद ने सदन चलाने में विपक्ष की तरफ से पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। बैठक में शामिल बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि वर्ष 2019 के चुनाव को देखते हुए भाजपा झूठे दुष्प्रचारों का सहारा ले रही है। हम किसानों, प्रदेश में आई बाढ़ और सूखे की समस्याओं को पुरजोर तरीके से सदन में उठाएंगे। कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आराजकता का माहौल है। अभिव्यक्ति की आजादी समाप्त हो गई है। जो भी विरोध कर रहा है, उसपर सरकार हमलावर हो रही है और उसकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
यूपी में विधानमंडल का मानसून सत्र 23 अगस्त से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 27 अगस्त को सदन में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। विधानसभा सत्र में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर सदन में शोक सभा की जाएगी, फिर सदन बंद हो जाएगा।