अभी बना रहेगा मानसून, इस बार वापसी में होगी रिकॉर्ड देरी Lucknow News
सोमवार को खत्म हो गया मानसून सीजन। एक सितंबर को पश्चिमी राजस्थान से होती थी मानसून की वापसी इस बार उत्तर प्रदेश में सितंबर माह में लगी रही मानसून की झड़ी।
लखनऊ, जेएनएन। देश में मानसून सीजन (जून- सितंबर) सोमवार को समाप्त हो गया, लेकिन आसमान पर बादलों का कब्जा बरकरार है। यही नहीं मौसम विभाग के अनुसार मौसम विभाग के अनुसार यह साल मानसून की सर्वाधिक देर से वापसी का रिकॉर्ड बना सकता है। मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 2010 से मानूसन की वापसी में लगातार विलंब हो रहा है। इस बार यह रिकॉर्ड साबित हो सकता है।
पश्चिमी राजस्थान से विगत एक सितंबर से इसकी वापसी शुरु हो जाना चाहिए था, लेकिन इस बार मानूसन की वापसी फिलहाल अभी तक शुरु नहीं हुई है। माना जा रहा है कि जो दक्षिण पश्चिम मानूसन अक्टूबर के पहले सप्ताह तक विदा हो जाता था, उसकी वापसी इस बार बहुत देरी से होगी।
बारिश के चार माह (एक जून से 30 सितंबर) का लेखा जोखा देखें तो प्रदेश में सामान्य के मुकाबले 20 फीसद कम 627.4 मिमी. बारिश रिकॉर्ड हुई। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य 805.9 के मुकाबले 14 फीसद कम 708.3 मिमी. और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य 714.8 के मुकाबले 29 फीसद कम मात्र 507.4 मिमी. बारिश हुई।
जारी रहेगी बादलों की आवाजाही
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता बताते हैं कि मंगलवार को बादलों की आवाजाही रहेगी। कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। फिलहाल प्रदेश में भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। राजधानी में चार दिन के बाद दोपहर बाद आज धूप दिखाई पड़ी। अभी तक बारिश की झड़ी लगी हुई थी। अत्यधिक बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया था। धूप निकली तो लोगों ने राहत की सांस ली। सोमवार को अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य के मुकाबले सात डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री दर्ज हुआ।