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Weather : उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी भीषण गर्मी से निजात नहीं, मानसून विलंबित

उत्तर प्रदेश में पिछले एक दशक से ऐसा पहली बार हो रहा है कि मानसून एक हफ्ता से दस दिन बिलंबित हो रहा है। करोड़ों लोगों का इंतजार बढ़ गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 09:51 AM (IST)
Weather : उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी भीषण गर्मी से निजात नहीं, मानसून विलंबित
Weather : उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी भीषण गर्मी से निजात नहीं, मानसून विलंबित

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के साथ ही इसकी सीमा से सटे दिल्ली व हरियाण को अभी कुछ दिन भीषण व चिलचिलाती गर्मी ने निजात नहीं मिलेगी। गर्मी तथा उमस से बेहाल लोगों को अब मानसून का बेसब्री से इंतजार है। यहां पर मानसून करीब एक हफ्ता तक विलंबित हो गया है।

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उत्तर प्रदेश में पिछले एक दशक से ऐसा पहली बार हो रहा है कि मानसून एक हफ्ता से दस दिन बिलंबित हो रहा है। करोड़ों लोगों का इंतजार बढ़ गया है। मौसम विज्ञान विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में इस बार मानसून के पहुंचने में देरी है। 30 जून के आसपास बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे हवा के रुख में बदलाव होगा। इससे बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाएं उत्तर प्रदेश की तरफ आएंगी। इसके चलते दो-तीन जुलाई के बाद बारिश होने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश में मौसम किसी तरह की नरमी बरतने के लिए तैयार नहीं है। आसमान से आग बरस रही है। गर्म हवा के थपेड़े शरीर को झुलसा रहे हैं और हलक सूखा जा रहा है। जून के अंतिम सप्ताह में मौसम के ये तेवर लोगों पर भारी साबित हो रहे हैं। कारण ये है कि अमूमन इन दिनों में बादलों की आवाजाही रहती है, जिससे तापमान नियंत्रित रहता है। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल बादल रूठे हैं। इनके एक जुलाई से पहले आने के आसार नहीं हैं। तापमान लगातार चढ़ रहा है। कल केवल राजधानी ही नहीं, प्रयागराज में भी तापमान सामान्य से आठ डिग्री और बांदा में सात डिग्री अधिक रहा। वहीं, सुलतानपुर और वाराणसी में तापमान सामान्य के मुकाबले छह डिग्री अधिक रहा। उत्तर प्रदेश में आमतौर पर मानसून के दौरान एक से सात जुलाई के बीच जमकर बरसात होती है। ऐसे में इस बार दस जुलाई के बाद झमाझम बारिश के आसार हैं।

उत्तर प्रदेश में एक-दो जिलों को छोड़ दें तो इस बार लोग प्री-मानसून बारिश को भी तरस गए। अनुमान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में सामान्यत: 25 से 27 जून तक 47.2 फीसद बारिश होती है, लेकिन इस साल तो यह आकंड़ा बेहद कम है। जून के महीने में बारिश नहीं के बराबर हुई।

बंगाल की खाड़ी में बन रहा सिस्टम

मौसम विभाग के अनुसार वैसे तो जून के अंतिम सप्ताह में बादलों की आवाजाही रहती है, जिससे तापमान अधिक नहीं जाता, लेकिन चूंकि इन दिनों मानसूनी हलचल पूरी तरह शांत है, इसलिए तापमान बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम डेवलप हो रहा है। इसके चलते एक जुलाई से बादल इधर का रुख करेंगे। इससे तापमान में भी कमी आएगी और बारिश की भी उम्मीद है।

स्कूली बच्चे भी बेहाल

भीषण गर्मी के बीच उत्तर प्रदेश में स्कूल एक जुलाई से खुलेंगे, कई जगह पर तो स्कूल खुल भी गए हैं। भयंकर गर्मी व उमस में बच्चे बेहाल से हैं। इनके साथ ही उच्च शिक्षा में भी दाखिल शुरू हो चुका है। लोग लंबी कतारों में पसीना पोछते देखे जा सकते हैं। इन सभी को मौसम की मेहरबानी का इंतजार है।  


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