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नहीं चलेगी मनमानी, अब ऑनलाइन होगी वाहनों की प्रदूषण जाच की निगरानी

एक अक्टूबर तक प्रदूषण जाच केंद्रों को करना होगा ऑनलाइन।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Aug 2018 04:10 PM (IST)Updated: Mon, 06 Aug 2018 04:45 PM (IST)
नहीं चलेगी मनमानी, अब ऑनलाइन होगी वाहनों की प्रदूषण जाच की निगरानी
नहीं चलेगी मनमानी, अब ऑनलाइन होगी वाहनों की प्रदूषण जाच की निगरानी

लखनऊ[नीरज मिश्र]। वाहनों के प्रदूषण की फर्जी जाच रोकने के लिए परिवहन विभाग को अब जल्द से जल्द सूबे में ऑनलाइन प्रदूषण जाच की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए तिथि तय हो गई है। पहली अक्टूबर तक इस व्यवस्था को लागू किया जाना है। इससे मैनुअल तरीके से बनाए जा रहे प्रदूषण प्रमाण पत्रों पर रोक लगेगी बल्कि 1300 प्रदूषण जाच केंद्र एक सिंगल प्लेटफार्म पर वाहन पोर्टल से सीधे जुड़ जाएंगे। सारा डाटा विभाग के पास सुरक्षित रहेगा। प्रदूषण जाच केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी हो सकेगी। साथ ही मनमाना पैसा लेकर जिसे चाहा बिना वाहन देखे प्रदूषण प्रमाण पत्र जारी किए जाने की परंपरा पर भी रोक लगेगी। इसके तहत जैसे ही वाहन सेंटर पर प्रदूषण जाच के लिए कंप्यूटर के सामने टेस्टिंग प्रक्त्रिया में आएगा, पूरी तस्वीर मय वाहन नंबर के दर्ज हो जाएगी। जाच की वैधता अवधि से लेकर प्रदूषण की मात्र समेत पूरा सिजरा ऑनलाइन हो जाएगा। सूबे के दो करोड़ वाहनों की प्रदूषण जाच आ जाएगी निगरानी में:

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ऑनलाइन होते ही सूबे में दौड़ रहे दो करोड़ वाहन परिवहन विभाग की सीधी निगरानी में आ जाएंगे। कितने वाहनों ने प्रदूषण जाच और कितनों ने नहीं कराई? पूरा ब्योरा ऑनलाइन होगा। चूंकि पूरी व्यवस्था आनलाइन होगी लिहाजा अगर प्रमाण पत्र साथ नहीं है तो भी वाहन स्वामी को परेशान होने की जरूरत नहीं। गाड़ी नंबर देख अधिकारी उसकी जानकारी तत्काल हासिल कर सकेगा। अब तक यह होता है कि गाड़ी पर मैनुअल की प्रदूषण प्रमाण पत्र की मोहर लगाकर काम चल रहा है। बिना जाचे परखे ही गाड़ियों पर प्रदूषण प्रमाण पत्र चस्पा कर दिया जाता है, जो अब नहीं चलेगा। विभाग का अब तक नहीं था जाच केंद्रों पर प्रभावी नियंत्रण:

प्रदेश में प्रदूषण जाच केंद्र चलाने के लिए परिवहन विभाग अनुमति तो देता है, लेकिन निगरानी न हो पाने की वजह से इन पर विभागीय जिम्मेदारों का नियंत्रण नहीं होता। ऐसे में प्रदूषण जाच के नाम पर वाहन स्वामियों से मनमानी वसूली की जाती है। इस पर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग इस पूरी प्रक्त्रिया को तय अवधि में ऑनलाइन करेगा। जैसे ही वाहन प्रदूषण की जाच प्रक्रिया शुरू होगी, पूरी व्यवस्था ऑनलाइन पोर्टल से स्वत: ही जुड़ जाएगी। वाहन स्वामी का पूरा डाटा ऑनलाइन हो जाएगा।

क्या कहना है परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश का ?

परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश पी. गुरुप्रसाद का कहना है कि एक सिंगिल प्लेटफार्म पर प्रदूषण केंद्रों को लाने की तैयारिया शुरू हो गई हैं। तीन कंपनियों के प्रेजेंटेशन को देखा जा चुका है। जल्द ही इस पर निर्णय होगा। सबकुछ ठीक रहा तो तय समय पर इस ऑनलाइन प्रदूषण व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।


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