Moharram 2020: मजलिस सुन नम हो उठीं आंखें, शहर में रूट मार्च, संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर
Moharram 2020 मरकजी मजलिसों में कोरोना वायरस और सरकार द्वारा जारी गाइडलान पर अमल करते हुए पांच लोगों में ही मजलिसे आयोजित की गई।
लखनऊ, जेएनएन। मुहर्रम का महीना शुरू होते ही कर्बला के 72 शहीदो की याद में मजलिस और मातम का सिलसिला शुरू हो गया। पहली मुहर्रम को इमामबाड़ों के साथ ही घरों मेें मजलिस मातम का दौर शुरू हो गया। पुराने शहर में या हुसैन-या हुसैन की सदाएं फिजा में गूंजती रहीं। महिलाओं ने भी अपने घरों में नौहाख्वानी व मातम किया। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। मरकजी मजलिसों में कोरोना वायरस और सरकार द्वारा जारी गाइडलान पर अमल करते हुए पांच लोगों में ही मजलिसे आयोजित की गई।
चौक के इमामबाड़ा गुफरामाआब में शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि हमारी रूह और हमारी जान है अजादारी। अजादारी ने ही हमें जिंदा रखा है। जिस तरह मछली बिना पानी के जिंदा नहीं रह सकती उसी तरह शिया भी बिना अजादारी के जिंदा नहीं रह सकते है। उन्होंने कहा कि रसूल के बाद अहलेबैत कायनात में अफजल हैं। हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलम की शहादत पर रोना अफजल अमल है। घर बैठे मजलिस सुनकर अजादारों की आंखें नम हो गईं।
मदरसा-ए-नाजमिया विक्टोरिया स्ट्रीट में मौलाना हमीदुल हसन ने कहा कि हर मजहब इंसान को अच्छा बनाने के लिए आया है। कोई भी मजहब पढ़ लें, मजहब कभी यह इजाजत नहीं देगा कि कोई इंसान मां की बेइज्जती करे। अफजल महल विक्टोरिया स्ट्रीट में मौलाना अली नासिर सईद अबाकाती ने हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों का मदीने से रूख्सती का मंजर पेश किया। शिया पीजी काॅलेज विक्टोरिया स्ट्रीट में मौलाना अब्बास नासिर सईद अबाकाती ने मजलिस को खिताब किया। इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ऑनलाइन खिताब कर मुहर्रम को खुदा पाक का महीना बताया।
सुरक्षा बलों ने किया रूट मार्च
शहर में मुहर्रम को लेकर खुफिया के मिले इनपुट के आधार पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए है। इसके चलते शहर में थाना स्तर पर पीस कमेटी की बैठक कर लोगों को भाईचारे के साथ रहने की अपील की गई। वहीं आरएएफ, पीएसी व अन्य सुरक्षा बलों के साथ रूट मार्च किया गया। साथ ही संवेदनशील इलाकों में खुफिया तैनात करने के साथ ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है। पुलिस कमिश्नर से सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पीस कमेटी के सदस्यों से संपर्क में रहने और छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सांप्रदायिक बना रहे इसके लिए सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहने को कहा है। शहर में शुक्रवार को इसी के मद्देनजर पीस कमेटी की बैठकों के साथ ही कर्बला, नूरबाड़ी, मंसूर नगर, कश्मीरी मोहल्ला, दरगाह, चौक, पुराना लखनऊ, कैंट आदि इलाकों में स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा बलों के साथ रूट मार्च किया।