मिस्त्री की नजर में मोदी बेईमान तथा रॉबर्ट वाड्रा संत
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों वडोदरा लोकसभा चुनाव में पांच लाख 70,128 वोट से हार का
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों वडोदरा लोकसभा चुनाव में पांच लाख 70,128 वोट से हार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधूसूदन मिस्त्री जीवनभर भूल नहीं पाएंगे। इसी कारण श्री मिस्त्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेईमान कहते फिर रहे हैं और मोदी का नाम सुनते ही उनका खून खौलने लगता है। दूसरी ओर श्री मिस्त्री कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को संत मानते हैं। उनके बारे में कुछ भी बोलने पर मिस्त्री मीडिया से दो-दो हाथ भी करने को तैयार थे।
लखनऊ में कल यह सब देखने को मिला कांग्रेस के राज्यसभा के प्रत्याशी पीएल पुनिया के नामांकन के बाद उत्तर प्रदेश के कांग्रेस कार्यकताओं की बैठक के बाद। बैठक के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधूसूदन मिस्त्री ने मीडिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेईमान हैं। उन्होंने कहा कि वह मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं, उनकी नस-नस से वाकिफ हैं। ऐसे में जब कोई उनसे उनके बारे में सवाल करता है तो उनका खून खौलने लगता है। प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा के बारे में पूछे जाने पर मिस्त्री फट पड़े। उन्होंने कहा कि मोदी ने जो वायदे किए, उनमें से कोई पूरा नहीं किया। वह बेईमान हैं। प्रधानमंत्री के लिए बेईमान शब्द प्रयोग करने की बाबत पूछे जाने पर उन्होंने फिर कहा कि मोदी बेईमान हैं और वह संसद में भी उन्हें यही कहेंगे।
इसके बाद मिस्त्री का पारा और चढ़ गया जब उनसे हरियाणा में रॉबर्ट वाड्रा के भूमि सौदों के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा कि मीडिया एक बेईमान (नरेंद्र मोदी) का नाम चमकाने के लिए संत (रॉबर्ट वाड्रा) को बदनाम कर रहा है। रॉबर्ट वाड्रा को बेवजह लक्ष्य बनाया जा रहा है। शरीफ इंसान को फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया मोदी के गुजरात में भूमि सौदों के बारे में पूछताछ क्यों नहीं कर रहा है। मीडिया के पास इतना समय है कि लगातार चार दिनों के लिए वाड्रा के खिलाफ अभियान चला रहा है। यह सब भाजपा करा रही हैं। मिस्त्री ने कहा कि मीडिया का बड़ा वर्ग इस समय सरकार के साथ है। मीडिया गाधी परिवार को बदनाम करने के लिए एक गहरी साजिश रच रहा है। इसको भाजपा ने प्रायोजित किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में दंगे फैलाने वाली पार्टी है। लोकसभा का चुनाव भी भाजपा ने दंगों और फिर साप्रदायिक ध्रुवीकरण पर जीता है।
उन्होंने कहा कि कोई भाजपा से क्यों नहीं पूछता कि तीन महीने जेल में रहने वाला कैसे भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गया। अगर हत्या करने वाला चुनाव जीत जाए तो क्या हत्या का आरोप वापस हो जाएगा। मिस्त्री ने कहा कि तेल देखो और तेल की धार देखो। यह पूछे जाने पर कि पीएल पुनिया को राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और पार्टी विधायक विवेक कुमार सिंह ने बागी सुर अपनाए हैं और क्या पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी, पहले तो मिस्त्री कुछ कहने से बचते रहे और फिर बोले कि हम देखेंगे कि हमें कैसे डील करना है। यह पार्टी के भीतर का मसला है।