2021 की जनगणना में मोबाइल एप का भी किया जाएगा प्रयोग, प्रथम चरण की अधिसूचना जारी
निदेशक जनगणना नरेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि जनगणना 2021 भारत में 1872 से अब तक की 16वीं और स्वतंत्रता के बाद आठवीं होगी।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में जनगणना 2021 के प्रथम चरण का कार्य प्रारंभ कराए जाने की शासन ने मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी है। जनगणना के पहले चरण का कार्य 16 मई से 30 जून 2020 के दौरान किया जाएगा। पहले चरण में पूरे प्रदेश के मकानों की गिनती व सूचीकरण किया जाएगा और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को भी अपडेट किया जाएगा।
निदेशक जनगणना नरेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि भारत में 1872 से अब तक की यह 16वीं तथा स्वतंत्रता के बाद आठवीं जनगणना होगी। पांच लाख कर्मियों को इस काम में लगाया जाएगा। इसमें बेसिक शिक्षक, राज्य सरकार व निकायों के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि जनगणना के पहले चरण में मकानों की गिनती के साथ-साथ गांव, कस्बा, शहर, की प्रत्येक बस्ती, मुहल्ले व कालोनी के मकानों में रसोईघर, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, नाली, खड़ंजा, रसोई का ईंधन, पेयजल और बुनियादी सुविधाओं से जुड़े आंकड़े भी संकलित किए जाएंगे। जनगणना में पहली बार मोबाइल एप का भी प्रयोग किया जाएगा। इसकी मदद से भी गणना कर रहे कर्मी आंकड़े भेजेंगे। जनगणना करने आ रहे कर्मी आपके पास 32 सवालों के साथ पहुंचेंगे। वहीं जनगणना के दूसरे चरण में नौ फरवरी 2021 से 28 फरवरी तक होने वाली जनगणना में लोगों की गिनती होगी। जनगणना जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनगणना के लिए शुरू हुआ प्रशिक्षण
जनगणना के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार करने का काम शुरू हो गया है। 29 जिलों में मास्टर ट्रेनर को ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बाद अब दो दिसंबर से लेकर सात दिसबंर और फिर 16 दिसंबर से लेकर 23 दिसंबर तक बाकी के जिलों में मास्टर ट्रेनर तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।